किसी अनहोनी का संकेत तो नहीं ये गर्मी!
संवाद सूत्र, मिरिक : अपनी शीतलता के लिए विश्व-प्रसिद्ध दार्जिलिंग क्षेत्र में पिछले दो दिन से भीषण ग
संवाद सूत्र, मिरिक : अपनी शीतलता के लिए विश्व-प्रसिद्ध दार्जिलिंग क्षेत्र में पिछले दो दिन से भीषण गर्मी पड़ रही है। धूप ऐसी, जो मैदानी इलाकों में रहने का एहसास करा दे। इससे ठंडे मौसम में रहने के आदि पहाड़वासी अपने घरों में दुबके रहने को विवश हैं। वहीं, देश-विदेश के विभिन्न स्थानों से आए सैलानी धूपी के छायादार जंगलों में सैर एवं मिरिक झील में बोटिंग कर झील के पानी की शीतलता से राहत पाने की कोशिश करते देखे जा सकते हैं। लोगों को यह आशंका सताए जा रही है कि बरसात के मौसम में इतनी गर्मी, कहीं ये किसी अनहोनी का संकेत तो नहीं।
रविवार को मिरिक में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्यिस रिकार्ड किया गया। जिसका प्रभाव सैलानियों की आमद पर भी दिखा। आमतौर पर इस मौसम में सैलानियों से गुलजार रहने वाला पर्यटन केंद्र सुनसान रहा। बेहद कम संख्या में पर्यटक दिखे। जो पहुंचे भी, वे धूप से बचने की कोशिश में छाया ढूंढते रहे। कुछ एक ने घुड़सवारी का भी लुत्फ लिया। छोटे बच्चे भी उछल-कूद में मशगूल रहे। वहीं लोग दहशतजदा हैं। लोगों की माने तो बारिश के बाद गर्मी एवं गर्मी के बाद बारिश से भूस्खलन की संभावना बढ़ जाती है। लोग बताते हैं कि पूर्व में जब-जब ऐसा हुआ है, भूस्खलन जैसी आपदा आई है। हाल ही में हुए भूस्खलन में अपनों को गंवाने का दर्द अभी लोगों के जेहन में ताजा ही है, कि दो दिन से पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों के माथे पर बल पड़ गए हैं।