होगा दीर्घकालिक निर्माण : सांसद
कालिम्पोंग, कालिम्पोंग : भूस्खलन से तबाह इलाकों में दीर्घकालिक पुनर्निर्माण कराया जाएगा। राजमार्ग-55
कालिम्पोंग, कालिम्पोंग : भूस्खलन से तबाह इलाकों में दीर्घकालिक पुनर्निर्माण कराया जाएगा। राजमार्ग-55 के पगलाझोड़ा के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में भी सौ मीटर की दीवार का निर्माण कराया जाएगा। ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके। इसके लिए जल्द ही डीपीआर तैयार कराई जाएगी। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भूमि पूजन करेंगे। उक्त उद्गार क्षेत्रीय सांसद एसएस अहलूवालिया ने व्यक्त किए। वे गुरुवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। भूकंप पीड़ितों के पुनर्वास व सहायता राशि शीघ्र उपलब्ध कराने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि बलासन नदी से भी अलग रास्ते के विकल्प पर बात हो रही है। जीटीए संचालन में आ रही समस्याओं को त्रिपक्षीय वार्ता में उठाने की बात कहते हुए उन्होंने आपदा की इस घड़ी में राजनैतिक मतभेदों से परे हटकर एकजुट होकर राहत एवं बचाव कार्य में जुटने व पीड़ितों के सहयोग का आह्वान किया। सांसद ने आपदा के बाद तत्काल दौरा करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति भी आभार जताया। वहीं अपुष्ट सूत्रों के अनुसार जीटीए प्रमुख के कुछ दिन कालिम्पोंग में रहकर राहत कार्य की निगरानी करेंगे।
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लोगों ने बताई समस्याएं
संवाद सूत्र, कालिम्पोंग : महकमे के सात माइल राई गांव में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजीजू से लोगों ने खुलकर अपनी समस्याएं बताई। गांव के उपर सड़क से ही मंत्री, सांसद एवं जीटीए प्रमुख को जायजा लेते देख पहुंचे लोगों ने अपनी बात बेबाकी से रखी। गांव की एक महिला ने उक्त आपदा को प्राकृतिक की बजाय कृत्रिम बताया व कहा कि पुराने मार्ग पर जलनिकासी के लिए नाली थी। परंतु बाईपास बनाते समय लोक निर्माण विभाग ने जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं की। महिला ने आरोप लगाया कि लोगों ने अपने स्तर से नाली बनाई भी, तो विभाग ने उसे ध्वस्त करा दिया। जिसके परिणामस्वरूप पानी न निकल पाना भी इस आपदा की एक बड़ी वजह है। क्षेत्रवासियों ने उनसे उक्त समस्या का तत्काल निराकरण कराने की मांग की। ताकि ऐसी समस्या दुबारा न हो। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक डॉ. हर्क बहादुर छेत्री व जीटीए के कई सभासद भी मौजूद थे।