दीदी ने पीड़ितों के जख्म पर लगाया मरहम
जेएनएन, दार्जिलिंग : प्राकृतिक त्रासदी के शिकार पहाड़वासियों के जख्मों पर मरहम लगाने गुरुवार को मु
जेएनएन, दार्जिलिंग : प्राकृतिक त्रासदी के शिकार पहाड़वासियों के जख्मों पर मरहम लगाने गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रांगभांग एवं मिरिक पहुंची। जहां उन्होंने उक्त आपदा में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की व ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने दो मृतकों के परिजनों को अपनी घोषणा के अनुरूप चार-चार लाख रुपये का चेक भी सौंपा।
बताया जाता है कि घैयाबारी में गुरुवार की सुबह हुए भूस्खलन के कारण दुधिया-मिरिक मार्ग के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण वो राष्ट्रीय राजमार्ग-55 से कर्सियांग, घूम के रास्ते सुकिया पोखरी क्षेत्र के रांगभांग पहुंचीं। जहां उन्होंने दिवंगत मंजिल तमांग के परिजनों से मुलाकात की। उनसे बात कर ढांढस बंधाने एवं अपनी शोक संवेदना प्रकट करने के साथ ही चार लाख रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा। इसके बाद मिरिक पहुंची दीदी ने सिंगबुली चाय बागान के टिंगलिंग लिम्बूधुरा गांव पहुंची। उक्त आपदा से सर्वाधिक प्रभावित इस गांव के सामुदायिक केंद्र में बने राहत शिविर पहुंचकर उन्होंने विस्थापितों से बात की व उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। जल्द पुनर्वास का भरोसा दिलाने के बाद मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उक्त आपदा के कारण काल के गाल में समाए कृष्ण प्रसाद सुबेदी के परिजनों को चार लाख रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा। इस दौरान उनके साथ नगर विकास मंत्री फिरहाद हाकिम व अन्य आला अधिकारी भी मौजूद रहे।
ठगा सा रह गया कालिम्पोंग : आपदा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर आई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के महकमे के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा न करने से क्षेत्रवासी ठगे से रह गए। पीड़ित इसे अपने साथ छलावा बता रहे हैं।