हाथियों की गणना 15 दिसंबर से
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल के विभिन्न जंगलों व वन अभ्यारण्यों में हाथियों की गणना 15 दि
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल के विभिन्न जंगलों व वन अभ्यारण्यों में हाथियों की गणना 15 दिसंबर से शुरू कराई जाएगी। इसके लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम नौ दिसंबर से लेकर 11 दिसंबर तक चलेगा।
मुख्य वन संरक्षक, वन्य प्राणी, नार्थ के विपिन सूद ने बताया कि इसके लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सुकना, सुलकापाड़ा, मदाहरी हाट व राजाभातखावा में आयोजित किया जाएगा। 15 दिसंबर से शुरू होने वाले गणना कार्यक्रम में वन्य प्राणी विभाग के कर्मचारियों के अलावा 60 प्रशिक्षित हाथियों की भी सेवा ली जाएगी। वन्य प्राणी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हाथियों की गणना इस महीने अप्रैल में ही शुरू की जानी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते इसे आगे बढ़ाया गया। जून जुलाई में बारिश का मौसम शुरू होने की वजह से गणना में काफी कठिनाई होती है, जिस वजह से गणना करना संभव नहीं था। उन्होंने बताया कि इन सब समस्याओं को देखते हुए हाथियों की गणना उक्त समय पर नहीं हो सकी थी। अब इसे इस महीने 15 दिसंबर में शुरू किया जाना सुनिश्चित किया गया। इस संबंध में सोमवार को एक बैठक भी जाएगी। गणना के कार्य के लिए चार सौ लोगों की टीम तैयार की गई है। गणना उत्तर बंगाल के वन क्षेत्र से लेकर भारत-नेपाल सीमा के नजदीक मेची नदी के क्षेत्र तक की जाएगी।
जानकारी के अनुसार अंतिम बार हाथियों की गणना वर्ष 2010 में की गई थी। उसके मुताबिक उत्तर बंगाल में हाथियों की संख्या 529 दर्ज की गई थी। जबकि 2007 में इनकी संख्या 420 थी। वहीं इस वर्ष होने वाली गणना में इनकी संख्या छह सौ अथवा उससे अधिक होने का अनुमान लगाया गया है।