'ताजा हो गई बीते कल की यादें'
संवाद सूत्र, दार्जिलिंग : भारतीय डाक द्वारा पुराने डाक टिकटों की प्रदर्शनी आयोजित करने की पहल सराहनी
संवाद सूत्र, दार्जिलिंग : भारतीय डाक द्वारा पुराने डाक टिकटों की प्रदर्शनी आयोजित करने की पहल सराहनीय है। इसमें प्रदर्शित डाक टिकटों को देखकर बीते कल की यादें ताजा हो गई। यह बातें जीटीए के मुख्य सचिव गौतम घोष ने कही। वे गुरुवार को स्थानीय कैपिटल हॉल में मुख्य डाकघर दार्जिलिंग द्वारा आयोजित पुरानी डाक टिकटों की प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विभाग की इस पहल के कारण लोग टिकट संग्रह को प्रोत्साहन मिलेगा। घोष ने ग्यारह वर्ष बाद पर्यटन नगरी में इस प्रदर्शनी के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की व विभाग से प्रत्येक वर्ष इसे आयोजित करने का आग्रह किया। वहीं स्थानीय नगरपालिका अध्यक्ष अमर सिंह राई ने भी भारतीय डाक की इस इस पहल की सराहना की व कहा कि समय-समय पर ऐसे आयोजन होने चाहिए। ताकि लोग अपने संदेशों को एक-दूसरे तक पहुंचाने के महत्वपूर्ण माध्यम रहे डाक टिकटों को लोग भुल न जाएं। इससे पूर्व डाक अधीक्षक सुभाष दर्नाल के स्वागत भाषण से शुरू हुए कार्यक्रम में जीटीए के मुख्य सचिव गौतम घोष ने दीप प्रज्ज्वलित कर डाक टिकटों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। वहीं नपा अध्यक्ष अमर सिंह राई ने विभाग की स्मारिका का विमोचन किया। उत्तर बंगाल व सिक्किम क्षेत्र के विभागीय निदेशक केवी चुसा ने प्रदर्शनी पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
प्रदर्शनी में 72 फ्रेम में पांच हजार दुर्लभ टिकटों को प्रदर्शित किया गया है। जिसमें भारतीय संस्कृति, स्थानीय रोटरी सिनेमा व हिमालय समेत विभिन्न विषयों पर आधारित टिकट शामिल हैं। इसके अलावा विभिन्न आयुवर्ग के विद्यार्थियों के लिए चित्रकला व पत्र लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। जिसमें बड़ी संख्या में स्कूली छात्रों ने प्रतिभाग किया।