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हर मोर्चे पर नाकाम सरकार

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पूर्व मंत्री अशोक नारायण भट्टाचार्य ने उत्तरबंग उन्नयन मंत्री गौतम देव प

By Edited By: Published: Sat, 25 Oct 2014 08:29 PM (IST)Updated: Sat, 25 Oct 2014 08:29 PM (IST)
हर मोर्चे पर नाकाम सरकार

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पूर्व मंत्री अशोक नारायण भट्टाचार्य ने उत्तरबंग उन्नयन मंत्री गौतम देव पर खुला आरोप लगाया है कि वे पद और पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे शनिवार को पूर्व नगर निगम के मेयर मुंशी नुरुल इस्लाम के साथ पत्रकारों से बात कर रहे थे। कांग्रेस और टीएमसी ने नगर निगम का पांच वर्षो से हाल बेहाल कर दिया है। पहले दिमागी बुखार और अब डेंगू ने शहर में पांव फैलाना प्रारंभ किया है। इसका मुख्य कारण है शहर में नहीं हो रही सफाई। सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए मंत्री गौतम देव सफाई का नाटक करते है। जब टीएमसी बोर्ड में थी तो वे तो बैठक में भी भाग नहीं लेते थे। 11 नवंबर को इसको लेकर सिलीगुड़ी में रैली निकाली जाएगी। शहर और गांव में विकास के नाम पर वे जनता को झांसा दे रहे है। दिमागी बुखार में उत्तर बंगाल समेत बंगाल में दो सौ से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी। उसके बाद भी सरकार की नींद नहीं खुली। लोगों को झांसा देने के लिए बैठक कर इसको लेकर तैयारी का दम भर रहे है। पूर्व मंत्री अशोक नारायण भट्टाचार्य ने कहा कि नगर निगम की स्थित बद से बदतर बनी हुई है। इससे बचाने के लिए नगर निगम में अविलंब चुनाव कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दक्षिण बंगाल के तर्ज पर मंत्री गौतम देव के इशारे पर ही यूनियन को तोड़ने और व्यापारियों को धमकाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम व महकमा परिषद में निष्पक्ष नहीं अर्धसैनिक बलों की तैनाती में की जानी चाहिए ताकि मतदाता निर्भय होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।भट्टाचार्य ने कहा कि मंत्री एसजेडीए, उत्तर बंगाल उन्नयन मंत्रालय तथा उत्तर बंगाल परिवहन निगम के चेयरमैन पद का खुलकर गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। ट्रेड यूनियन के नेताओं को कहा जा रहा है कि वे टीएमसी में शामिल हों तो उनका स्थानान्तरण नहीं किया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि अब टीएमसी में कई गंभीर मामले के आरोपियों को स्वीकार कर उसे संरक्षण दिया जा रहा है।

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सच साबित हुई आशंका

सिलीगुड़ी : माकपा विधानसभा चुनाव और उसके बाद इस बात की आशंका व्यक्त करती रही थी कि चुनाव में चिटफंड सारधा का पैसा टीएमसी ने खर्च किया है। उसकी बातों को नजर अंदाज करते हुए माकपा पर हार के लिए बौखलाने वाला बयान बताया जाता रहा। अब टीएमसी के सांसद कुणाल घोष ने जांच एजेंसी के सामने लिखित रूप से स्वीकार किया है कि 200 विधायकों को चिटफंड से 25-25 लाख रुपए मुहैया कराए गए थे। इस खुलासे के बाद कुणाल घोष को टीएमसी ने दल विरोधी बताकर पार्टी से निष्कासित कर दिया। सीबीआई जांच में जिस प्रकार के मामले सामने आ रहे है उससे टीएमसी का चिटफंड में खुली समर्थन की बात जनता के सामने है। उन्होंने कहा कि बर्दमान विस्फोट कांड के बाद अब तक जांच से स्पष्ट हो गया है कि सरकार के इशारे पर आतंकी गतिविधियों को सरंक्षण मिल रहा है। इसको लेकर टीएमसी नेत्री चुप क्यों है।


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