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शहर में 19 को नहीं चलेंगे रिक्शा और वाहन

By Edited By: Published: Tue, 16 Sep 2014 08:29 PM (IST)Updated: Tue, 16 Sep 2014 08:29 PM (IST)
शहर में 19 को नहीं चलेंगे रिक्शा और वाहन

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :वामपंथी और कांग्रेस समर्थित ट्रेड यूनियन ने पुलिस ज्यादती के खिलाफ 19 सितंबर को राज्यव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया है। इसके चलते उस दिन शहर में रिक्शा, ट्रक, टैक्सी, सिटी ऑटो व बसों सहित किसी प्रकार के वाहन नहीं चलेंगे।

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इसी मुद्दे पर मंगलवार को सीटू कार्यालय में एआइटीडब्ल्यूएफ, सीआइटीयू, एआइटीयूसी, आइएनटीसूसी, टीयूसीसी, यूटीयूसी, एआइसीसीटीयू, बीएमएस तथा एचएमएस की बैठक हुई, जिसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए अजीत सरकार व समन पाठक ने कहा कि कोलकाता में चल रही टैक्सी हड़ताल के समर्थन में राज्य व्यापी बंद बुलाया गया है। राज्य सरकार की श्रम विरोधी नीति के कारण सिटी ऑटो की समुचित व्यवस्था नहीं करके नई मीटर टैक्सियां सड़क पर उतारी जा रही हैं। ये टैक्सी शहर के जाम में एक नगीना जड़ने के अलावा और कुछ नहीं करेंगी। एनबीएसटीसी के कर्मचारियों को पेंशन तो दूर , पूरा वेतन देने के बदले मात्र 70 प्रतिशत की राशि ही का भुगतान किया जाता है। वाहन चालक इन दिनों परिवर्तन की सरकार में लूटतंत्र से परेशान हैं। पहले यातायात पुलिस अब सीविक पुलिस के माध्यम से जोर जबरदस्ती किसी प्रकार फाइल लगाकर पैसा वसूला जा रहा है। नेताओं ने कहा कि चालकों से जो शिकायतें मिल रही है उसके अनुसार प्रत्येक रूट के ऑटो चालकों को बतौर रंगदारी दिनभर में 90 रुपये देने पड़ते हैं। अगर वे पैसे नहीं देंगे तो अगले ही दिन यातायात पुलिस द्वारा उसके खिलाफ 2500 से 3000 रुपये का जुर्माना लगा दिया जाएगा। अबतक यात्रियों का किराया भी तय नहीं किया गया है। इसको लेकर रोज यात्रियों और बस, ऑटो चालकों के बीच विवाद होता है। कहा गया कि परिवर्तन की सरकार ने नया फरमान जारी किया है। इसके तहत ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब आठवीं और माध्यमिक पास होना अनिवार्य होगा। पहले जो लाइसेंस बने हैं, उनके नवीनीकरण के लिए यह प्राथमिकता तय की जाएगी। ऐसा नहीं होने पर उन्हें लाइसेंस नहीं मिलेगा। यह है राज्य सरकार का जन विरोधी चेहरा। नेताओं ने कहा कि बंद को सफल बनाने के लिए 18 सितंबर को रैली व जुलूस निकालकर सभी ट्रेड यूनियनें पुलिस कमिश्नर को मांगपत्र सौंपेंगी। पत्रकारों द्वारा जब यह पूछा गया कि इस आंदोलन में टीएमसी की ट्रेड यूनियन शामिल नहीं है। ऐसे में वह सड़क पर वाहन निकालेगी तो क्या होगा? यूनियन नेताओं ने कहा कि यह तो समय बनाएगा। ज्यादातर श्रमिक बंद के समर्थन में है। बंद को विफल करने की कोशिश की जाएगी तो उसका जबाव चालक और उसके परिवार वाले देंगे।

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कानून हाथ में लिया तो होगी कार्रवाई

पुलिस आयुक्त जगमोहन ने कहा कि चक्का जाम के दौरान किसी ने सड़क पर उतरकर कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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आम लोगों को नहीं होने देंगे परेशानी

उत्तर बंगाल उन्नयन मंत्री सह एनबीएसटीसी के चेयरमैन गौतम देव ने कहा कि वामपंथी बंद संस्कृति को फिर से बंगाल में थोपने पर आमादा है। कांग्रेस भी इसमें सहयोगी बन रही है। पूजा के इस मौसम में आम लोगों को परेशानी न हो इसकी समुचित व्यवस्था सरकार द्वारा कराई जाएगी।


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