बिकने से बची नेपाल की तीन युवतियां
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
भारत नेपाल सीमांत पानीटंकी से खोरीबाड़ी की पुलिस ने तीन नेपाली युवतियों को बिकने से बचा लिया। इस मामले में काठमांडू के निकट तनाहू पंचायत गंदगी निवासी नमराज भंडारी को मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
घटना के बारे में नक्सलबाड़ी थाने के सर्किल इंस्पेक्टर राजेन क्षेत्री ने बताया कि सीमा पार नेपाल के भद्रपुर, धरान और चंद्रगुड़ी से तीन युवतियों को खाड़ी देशों में मोटी रकम पर नौकरी दिलाने के नाम पर नमराज भंडारी भारतीय क्षेत्र पानीटंकी में लाया। जब वह काकरभीट्ठा से भारतीय क्षेत्र में आ रहे थे उसी समय मानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाले स्वयंसेवी संगठन माईति नेपाल ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना के आधार पर नेपाल से प्रत्येक आने-जाने वालों की गहन तलाशी और पूछताछ प्रारंभ की गई। इसी बीच तीन युवतियों के साथ नेपाली युवक को पुलिस ने रोका। पहले तो युवक नमराज भंडारी ने कहा कि वे उनका रिश्तेदार है और सभी लोग दिल्ली घूमने जा रहे हैं, लेकिन जब युवतियों से युवक के सामने पूछताछ की गई तो युवतियों ने कहा कि उन्हें खाड़ी के देशों में नौकरी के लिए नमराज ले जा रहा है। युवतियों को यह भी पता नहीं कि विदेश जाने के लिए उनके पास पासपोर्ट होना चाहिए। युवतियों ने पुलिस को बताया कि नमराज ने कहा था कि उसका कहा मानने पर वे सभी प्रकार की व्यवस्था कर देंगे।
पुलिस का कहना है कि मानव तस्करी का एक बड़ा रैकेट सीमावर्ती क्षेत्र में काम कर रहा है, जो भोली भाली युवतियों को अधिक पैसे के नाम पर पहले सब्जबाग दिखाता है और बाद में दिल्ली ले जाकर किसी प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से छोटी मोटी नौकरी दिलाता है। इसके कुछ दिनों बाद फर्जी पासपोर्ट पर उसे खाड़ी देश भेज देता है। वहां फर्जी पासपोर्ट होने के कारण उसे किसी प्रकार की सहायता भारतीय दूतावास से नहीं मिल पाती। बाध्य होकर युवतियां वहां उद्धार की बाट जोहने पर मजबूर होती हैं।