चाय श्रमिकों को मिलेगा 20 प्रतिशत बोनस
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल के 177 चाय बगान के श्रमिकों को 20 प्रतिशत पूजा बोनस मिलेगा। इसका फैसला कोलकाता चेंबर ऑफ कामर्स में शनिवार से चल रही बैठक में रविवार हुआ।
बैठक में 28 ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों के अलावा चाय बगान मालिक संगठन के प्रतिनिधि शामिल थे। इसकी जानकारी ट्रेड यूनियन नेता सह टीएमसी नेता अलोक चक्रवर्ती ने दी। उन्होंने बताया कि यह फैसला एतिहासिक है। महंगाई के इस दौर में 20 प्रतिशत बोनस की मांग सभी ट्रेड यूनियन की ओर से एक स्वर में की गयी थी। बैठक में चाय बगान मालिक संगठन की ओर से टीके चौधरी, अरिजीत राहा, प्रवीण भट्टाचार्य तथा ट्रेड यूनियन की ओर से चित्त दे, जिआउल हक, ज्वांकिम बाकला, मनोहर तिर्की, अलोक चक्रवर्ती मौजूद थे। चक्रवर्ती ने बताया कि बोनस की राशि 16 सितंबर के पूर्व सभी बगानों के श्रमिकों के बीच वितरित हो जानी चाहिए। ऐसा निर्णय बैठक में लिया गया है। तराई व डुवार्स के सभी 177 चाय बगानों में ग्रेड ए, बी, सी और डी के श्रमिकों 20 प्रतिशत बोनस से लाभान्वित होंगे। डुवार्स के 28 ऐसे चाय बगानों को चिन्हित किया गया है जो या तो बंद है या लंबे अर्से बाद खोले गये हैं। यहां बोनस के प्रतिशत में छूट दी गई है। यहां बोनस मालिक और चाय श्रमिक यूनियन बैठ कर तय कर लेंगे। उन्होंने कहा कि फैसले की जानकारी मिलते ही सभी चाय बगान के श्रमिकों में उत्साह का माहौल है। कोलकाता से यूनियन नेताओं के लौटने के बाद प्रत्येक चाय श्रमिकों के बीच इसकी जानकारी विधिवत दी जाएगी। उत्तर बंगाल दौरे पर आ रही मुख्यमंत्री द्वारा भी इसकी घोषणा सोमवार को सिलीगुड़ी में की जा सकती है। चाय श्रमिकों के दैनिक भत्ता बढ़ोत्तरी के पूर्व पूजा बोनस को लेकर कई प्रकार का भ्रम फैलाया जा रहा था। कुछ लोग इस अफवाह को बल दे रहे थे कि जिस प्रकार दैनिक भत्ता को लेकर बैठक लगातार टल रही है उसी प्रकार बोनस को भी टाल दिया जाएगा। चक्रवर्ती ने कहा कि चाय बगान के श्रमिकों के उत्थान के लिए सिर्फ राज्य सरकार ही नहीं, बल्कि टी बोर्ड के माध्यम से केंद्र सरकार को भी आगे आना होगा।