शहर में पांच स्थानों पर निकाली गई रैलियां
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : माकपा जोनल कमेटी के तत्वावधान में शनिवार को सिलीगुड़ी बचाओ अभियान शुरू हुआ, जिसके तहत शहर में एक साथ पांच स्थानों से रैलियां निकाली गई। रैली के माध्यम से नगर निगम में अविलंब चुनाव कराने, जनता को सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराने, राज्य में टीएसमी की अलोकतांत्रिक गतिविधियां बंद करने तथा टीएमसी नेताओं द्वारा असंवैधानिक भाषा के प्रयोग पर रोक लगाने की मांग की गई। रैली में जगह-जगह माकपा वार्ड कमेटी के समर्थकों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई।
जानकारी के अनुसार उक्त रैलियां हाथी मोड़, सेवक रोड, चंपासारी मोड़, टिकियापाड़ा मोड़ तथा झंकार मोड़ से निकाली गईं। इसमें पार्षद मुकुल सेनगुप्ता, कमल अग्रवाल, जय चक्रवर्ती, रामेश्वर गुप्ता आदि ने कहा कि नगर निगम को प्रशासनिक समिति के हवाले कर दिया गया है, जबकि वार्ड के लोग अपने काम के वार्ड पार्षद कार्यालय के माध्यम से कराते थे। वर्तमान स्थिति यह है कि एक आवासीय प्रमाणपत्र के लिए लोगों को बोरो आफिसर के दफ्तर में घंटो इंतजार करना पड़ेगा। यह इसलिए क्यों कि बोरो कार्यालय से दस वार्ड जुड़े होते हैं। प्रत्येक वार्ड में यूं ही समस्याओं का अंबार लगा है। पिछले पांच वर्षो के लिए नगर निगम को कांग्रेस टीएमसी संयुक्त गठबंधन को जनता ने मत दिया था। 47 वार्डो में वाममोर्चा को मात्र 17 पार्षदों की जीत हुई थी। वाममोर्चा विपक्ष की भूमिका में कल भी था और आज भी है। पिछले चुनाव में नगर निगम वासियों को कांग्रेस व टीएमसी के नेताओं ने आश्वासन दिया था कि छह माह के अंदर सिलीगुड़ी को राजीव गांधी शहरी विकास योजना से जोड़ दिया जाएगा। पांच वर्ष बीत गए पर इसे आज तक नहीं जोड़ा जा सका। पेयजल आपूर्ति के लिए सिर्फ घोषणाएं की गई पर उसका अनुपालन आजतक नहीं हो पाया। नगर निगम क्षेत्र में सफाई, पेयजल, जल निकाली, स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गयी हैं। इससे वार्ड को बचाने के लिए ही छह सितंबर को महारैली निकाली जाएगी।