निकासी नाले के लिए मिट्टी निकालने को लेकर दो गुटों में विवाद
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : निकासी नाले के लिए मिट्टी निकालने को लेकर दो गुटों के बीच विवाद को लेकर बाल
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : निकासी नाले के लिए मिट्टी निकालने को लेकर दो गुटों के बीच विवाद को लेकर बालुरघाट थाना क्षेत्र के चकभृगु ग्राम पंचायत के गोविंदपुर इलाके में तनाव फैल गया। निकासी लाने के लिए अधिकतर ग्रामीणों के मिट्टी निकालने के लिए समर्थन मिलने के बावजूद कई महिलाओं ने इस मानने से इन्कार कर दिया। आखिरकार स्थानीय पंचायत व पुलिस के हस्तक्षेप से आखिरकार मिट्टी निकालकर नाला बनाने का काम इस गांव में चल रहा है। ज्ञातव्य है कि इस निकासी नाले के अभाव में गोविंदपुर गांव में पिछले चार महीने से पानी जमा है। सीमेंट कंक्रीट की सड़क बनने के बावजूद निकासी नाला नहीं होने से यहां पानी सूख नहीं पाता है। इस क्षेत्र में मौजूद एक प्राथमिक विद्यालय के सामने सबसे भयानक स्थिति होती है। स्कूल के बच्चों को पिछले चार महीने से इन जमा सड़ा हुआ पानी के बीच से ही स्कूल पहुंचा पड़ रहा है। इस प्रदूषित पानी में चलने से बच्चों में जीवाणु संबंधित बीमारियां दिखाई दी है। यही स्थिति आसपास के कई घरों की भी है। वहां से निकासी नहीं होने से पानी जमा हो गया है। नाला नहीं बनाने के पीछे स्थानीय पंचायत की भूमिका कई दिनों पहले समाचार में आया। इसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आई। जिलाधिकारी ने बताया कि पंचायत कर पाने से जिला प्रशासन सीधे नाला तैयार करने का काम करवाएगा। इसके बाद ही चकभृगु ग्राम पंचायत हरकत में आई। बुधवार को पंचायत सदस्य गांव में पहुंचे। किस तरह से नाला बनेगा एवं इसके आगे क्या-क्या करना होगा इसे लेकर ग्रामीणों के साथ बातचीत शुरू की। पंचायत की ओर से बताया गया कि निकासी नाला तैयार करने के पहले क्या-क्या करना होगा इसे लेकर ग्रामीणों के साथ बातचीत शुरू हुई। पंचायत की ओर से बताया गया कि निकासी नाला तैयार करने के पहले कम से कम इस इलाके के जमा पानी निकालना होगा। इस वजह से गांव से कलवर्ट के सामने जमा मिट्टी हटाकर नहर बनाया जाएगा। इस नहर से पानी निकल जाएगा। इस प्रस्ताव पर ग्रामीणों ने सहमति जताई, लेकिन जमीन के मालिक इसमें तैयार नहीं हुए। ग्रामीणों के हित में थोड़ी सी जगह छोड़ने को तैयार नहीं होने पर विरोधी नाराज हो गए एवं दोनों पक्षों में विवाद शुरू हुआ। इसके बाद ही बालुरघाट थाना की पुलिस वहां पहुंची। पुलिस व पंचायत के प्रयास से लंबे समय के बाद नाले के लिए जगह देने को जमीन मालिक तैयार हुए। स्थानीय निवासी सुबोध मोहंत सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सभी के हित में थोड़ी सी जगह देने को कहा गया, लेकिन कई लोग तैयार नहीं हुए। फिर से जगह देने से नाराज एक ग्रामीण कलवर्ट के सामने घर बनाने के लिए मिट्टी डाला, इस वजह से पहले का नाला बंद हो गया। इस कलवर्ट की मिट्टी तक हरेन प्रामाणिक नामक एक ग्रामीण हटाने नहीं दे रहा है। स्थनीय प्रधान निखिल सोरेन ने बताया कि पहले समस्या थी बाद में ग्रामीणों ने सभी की मांग को मानते हुए काम में सहमति दी एवं जमीन मालिकों ने जगह छोड़ने को तैयार हुए। उम्मीद ह ेकि इस वजह से लंबे समय की समस्या का समाधान हो जाएगा।