बच्चों से भीख मंगवाने की बात कबूला परिवार
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : ठगों का कोई गिरोह नहीं बल्कि माता-पिता ही बच्चों से भीख मंगवाता था। शुक्रवा
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : ठगों का कोई गिरोह नहीं बल्कि माता-पिता ही बच्चों से भीख मंगवाता था। शुक्रवार को बालुरघाट के चाइल्ड लाइन में पहुंचकर अपने अपराध को इन बच्चों के माता-पिता ने स्वीकार किया है। पकड़े गए पवन सिंह व पूना सिंह को पुनर्वास गृह में रखने का निर्णय लिया गया है। गुरुवार को चाइल्ड लाइन के माध्यम से पवन व पूना सिंह को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी में पेश कर शुभायन पुनर्वास केंद्र में रखा गया है। शुक्रवार को प्रमाण पत्र लेकर पवन की मां गूंजा देवी व पूना की मां आशा देवी अपने गैंग की सात महिला व बच्चों को लेकर बालुरघाट चाइल्ड लाइन व पुनर्वास केंद्र पहुंची। इन्होंने अपने दो बच्चों को वापस देने की मांग की लेकिन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने इन बच्चों को पुनर्वास केंद्र में रखने का निर्णय लिया है। साथ ही इन बच्चों की माताओं ने अपने बच्चों से और भी भीख नहीं मंगवाने के लिए मुचलका भी दिया। चाइल्ड लाइन के को-आर्डिनेटर सूरज दास ने बताया कि इन बच्चों को अपना बच्चा बताने वाली इन दो महिलाओं के प्रमाण पत्रों की जांच की जाएगी। इसके लिए बर्द्धमान के आसनसोल में इनके बताये पते पर लोग भेजे जाएंगे। सबकुछ सही मिलने पर इन दो बच्चों को उनकी माताओं को सौंपने का निर्णय लिया जाएगा। ज्ञातव्य है कि गुरुवार को जिला बाल सुरक्षा अधिकारी जयिता मुखोपाध्याय को छपा कार्ड दिखाकर व जीभ नहीं होने का अभिनय करते हुए ये बच्चे भीख मांगने पहुंचे। संदेह होने पर उन्होंने चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को बुलाकर इन दो बच्चों को उसके हवाले कर दिया।