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तृणमूल के धिक्कार जुलूस में उमड़ा जन शैलाब

-बैंकिंग सेवा के लिए जिले में प्रतिदिन आवश्यक 5 करोड़ का नहीं मिल रहा दस फीसद : विप्लव संवाद सहयोगी

By Edited By: Published: Thu, 16 Feb 2017 09:17 PM (IST)Updated: Thu, 16 Feb 2017 09:17 PM (IST)
तृणमूल के धिक्कार जुलूस में उमड़ा जन शैलाब
तृणमूल के धिक्कार जुलूस में उमड़ा जन शैलाब

-बैंकिंग सेवा के लिए जिले में प्रतिदिन आवश्यक 5 करोड़ का नहीं मिल रहा दस फीसद : विप्लव

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संवाद सहयोगी, बालुरघाट : तृणमूल के धिक्कार जुलूस से पूरा बालुरघाट शहर गुरुवार को स्तब्ध हो गया। केंद्र सरकार के नोटबंदी एवं जिले में तृणमूल कांग्रेस के सांगठनिक ताकत के प्रदर्शन में गुरुवार को बालुरघाट में तृणमूल के मेगा समावेश में जन शैलाब उमड़ा। जिला अध्यक्ष विप्लव मित्र के आह्वान पर गुरुवार को सभा में राज्य तृणमूल नेता व मुख्यमंत्री का भाई स्वपन बंदोपाध्याय, बालुरघाट की सांसद अर्पिता घोष, पूर्व जिला अध्यक्ष शंकर चक्रवर्ती सहित कई उपस्थित थे। गुरुवार को बालुरघाट में आयोजित एक विशाल रैली में जिले के आठ ब्लाकों के लाखों लोग शामिल हुए। बालुरघाट प्रशासनिक भवन के सामने समावेश को लेकर जनजीवन स्तब्ध हो गया था, इस समावेश में वक्तव्य रखते हुए विप्लव मित्र ने बताया कि दक्षिण दिनाजपुर जिले के करीब दो लाख लोगों का जमा होना एक रिकार्ड है। ऐसा होने अनुमान करते हुए बुधवार को विरोधियों ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से शिकायत में बताया कि सड़क के किनारे इस तरह की सभा गैर कानूनी है। दरअसल वे नहीं चाहते थे कि सभा हो। पिछले विधान सभा चुनाव में जिले में एक सीट तृणमूल के हाथ से निकल जाने के संबंध में विप्लव मित्र ने बताया कि थोड़ी सी गलतफहमी की वजह से कुछ लोगों ने इसका फायदा उठाया था, सोचा था कि तृणमूल की ताकत टूट गई है, लेकिन यदि वे एकजुट होकर उतरेंगे तो क्या हो सकता है, यह साबित हो गया। विप्लव मित्र ने कहा कि मोदी सरकार उद्योगपतियों के पक्ष में काम कर रही है। दिहाड़ी मजदूरों को परेशान होना पड़ रहा है। माकपा, आरएसपी व फारवर्ड ब्लाक पीछे से भाजपा को मदद दे रही है। जिले में जो आंदोलन रुका था वह फिर शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेवा के लिए जिले में प्रतिदिन 5 करोड़ रुपये की आवश्यकता है, लेकिन उसका दस फीसद नहीं पहुंच रहा है। इस वजह से अबतक लोग परेशान है। किसी भी एटीएम में रुपये नहीं है।

31 दिसंबर को मोदी सरकार व रिजर्व बैंक ने घोषणा की थी कि सामाजिक कार्यक्रम के लिए ढाई लाख रुपये तक ग्राहकों को दिया जाएगा, लेकिन किसी को नहीं मिल रहा है। इसके अलावा पोस्ट आफिस से 500 रुपये से अधिक नहीं मिल रहे हैं। रुपये जाली नहीं किये जाने की बात कहे जाने के बावजूद मालदा में प्राय: ही प्रतिदिन 2000 रुपये के जाली नोट मिल रहे हैं। ये सबकुछ मोदी सरकार की भ्रामक नीतियों की वजह से हो रहा है। रुपये नहीं मिलने पर कुशमंडी में किसान के आत्महत्या की घटना को भी उन्होंने सामने रखा।

इधर, तृणमूल नेता स्वपन बंदोपाध्याय ने गुरुवार को भारी जमावड़ा को लेकर ममता बंदोपाध्याय के अलावा किसी जिले में इस तरह का समावेश नहीं हुआ। सांसद अर्पिता घोष ने बताया कि कोलकाता का मिजाज गुरुवार को बालुरघाट में देखने को मिला। जनता उनके पास है इसलिए सीबीआइ या किसी एजेंसी के नाम पर डराया नहीं जाएगा। हाल ही में रेल बजट में बालुरघाट-हिली तक लाइन का प्रसार करने, बुनियादपुर कालियागंज में नये रेलवे लाइन व सिग्नलिंग व्यवस्था चालू करने एवं कई पुराने व नये परियोजनाओं के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं। सांसद ने बताया कि जनता की मांगों को वह पूरा करने में कामयाब हुई हैं।

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