बोल्ला मेले में दिखा नोटबंदी का असर
-दान के लिए 500 व 1000 के नोट लेने पर पूजा कमेटी ने नहीं लगाई पाबंदी संवाद सहयोगी, बालुरघाट : उत्त
-दान के लिए 500 व 1000 के नोट लेने पर पूजा कमेटी ने नहीं लगाई पाबंदी
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : उत्तर बंग का द्वितीय वृहद मेला बोल्ला मेले पर भी नोट बंदी का असर दिखा। हालांकि सीमित आर्थिक संसाधनों के से ही बोल्ला मां की पूजा की हर आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास किया गया। राज्य के विभिन्न भागों से हजारों व्यवसायी इस मेले में व्यवसाय के लिए पहुंचते हैं। सीमित पैसों से पूजा का आयोजन व मनोरंजन में कटौती किए जाने से श्रद्धालु आहत हुए हैं। हालांकि श्रद्धालुओं के दिक्कत को ध्यान में रखते हुए पूजा के लिए दान राशि पुराने 500 व 1000 रुपये के नोट लेने की व्यवस्था रखी गई है। इसमें दान की समस्या का समाधान भले ही हो, लेकिन आर्थिक लेनदेन की समस्या में कोई सुधार नहीं आएगा। ज्ञात हो कि रास मेले के बाद ही उत्तर बंग का द्वितीय वृहद बोल्ला पूजा रास पूर्णिमा के बाद के शुक्रवार को होती है। यह मेला शुक्रवार को शुरू हुई। दक्षिण दिनाजपुर के बालुरघाट थाना क्षेत्र के बोल्ला इलाके में 80 फीट की मंदिर में करीब साढ़े 11 फीट की रक्षा काली की पूजा शुक्रवार रात को शुरू हुई। भक्तों के दान में दिए कुल 12 किग्रा सोने के गहनों को मां को पहनाया गया। आयोजकों के मुताबिक मां की पूजा में इसबार करीब 6000 बकरों की बलि चढ़ाई जाएगी। इस पूजा को लेकर चार दिवसीय मेले का आयोजन किया गया है। करीब चार सौ वर्ष से अधिक पुराने इस मेले में हिन्दू व मुस्लिम समुदाय के लोगों के आगमन से प्रतिवर्ष यह मेला सद्भावना के महा मिलन क्षेत्र में तब्दील हो जाता है। हिन्दू मुस्लिम सभी धर्मो के लोग प्रतिवर्ष इस मेले में आते हैं। यहां आने वाले छोटे व्यवसायियों ने खुदरा पैसों की मांग की। नवद्वीप से आने वाले पत्थर के सामग्री विक्रेता नंद कुमार महंत ने बताया कि प्रतिवर्ष औसत 40 से 50 हजार रुपयों का व्यवसाय करते हैं। इसबार अब भी बिक्री शुरू ही नहीं हुई। रायगंज के व्यवसायी सूरज घोष ने बताया कि इन चार दिनों में कम से कम चालीस हजार रुपयों की बिक्री होती है। इसबार व्यवसाय बहुत अच्छा होने की बात उन्होंने कही। एक पुलिस कर्मी जीवन सेन ने बताया कि मन्नत मांगने के विषय पर कमेटी ने पुराने 500 व 1000 रुपयों के नोटों को लेने का निर्णय लिया है। ऐसे में समस्या भले ही नहीं हो लेकिन खरीदारी व मनोरंजन के लिए रुपये हिसाब से खर्च करने पड़ रहे हैं। बोल्ला रक्षा काली कमेटी के सदस्य मिलन सरकार ने बताया कि प्रणामी व दान के तौर पर कई लाख रुपये मां के नाम पर जमा हुए। दान में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं हो इसे ध्यान में रखते हुए पुराने 500 व 1000 रुपये के नोट लिए जाएंगे। जिला पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने बताया कि मेले में किसी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए मेला प्रांगण में चार क्लोज सर्किट कैमरे व मेटल डिटेक्टर मशीन लगाये गये हैं। साथ ही सात सौ पुलिस कर्मी व सुरक्षा कर्मी तैनात किए गये हैं। साथ ही वॉच टावर लगाये गये हैं। फोटो