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बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत बचाव कार्य जारी

- कूचबिहार नगरपालिका की ओर से स्वास्थ्य जांच शिविर - उत्तर दिनाजपुर जिले के सभी स्कूल 19 तक

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Aug 2017 06:34 PM (IST)Updated: Wed, 16 Aug 2017 06:34 PM (IST)
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत बचाव कार्य जारी
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत बचाव कार्य जारी

- कूचबिहार नगरपालिका की ओर से स्वास्थ्य जांच शिविर

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- उत्तर दिनाजपुर जिले के सभी स्कूल 19 तक रहेंगे बंद

जेएनएन, कूचबिहार/उत्तर दिनाजपुर/दक्षिण दिनाजपुर/माथाभांगा: पिछले कई दिनों से लगातार बारिश होने से उत्तर बंगाल के अधिकांश जिलों के इलाके में जलमग्न हो गए। इसके साथ नदियों का जलस्तर बढ़ने से अधिकांश जगहों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। लेकिन वर्तमान में मालदा जिले को छोड़कर कूचबिहार, माथाभांगा, उत्तर दिनाजपुर समेत अन्य स्थानों पर हालात सामन्य होते जा रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से राहत व बचाव कार्य जारी है। बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन के साथ स्वयं सेवी संगठनों की ओर से भोजन कराया जा रहा है।

कूचबिहार जिले में प्रशासन के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों व संगठनों की ओर से पीड़ितों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है।

इस क्रम में दिनहाटा नगरपालिका की ओर से भी लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। मंगलवार को शहर के गोसानीरोड अग्रगामी क्लब में शिविर हुआ। उस दौरान वनमंत्री विनय कृष्ण बर्मन, विधायक उदयन गुहा, तृणमूल कांग्रेस नेता जलिल अहमद , दिनहाटा महकमा अस्पताल के अधीक्षक डाक्टर रंजीत मंडल समेत अन्य मौजूद थे। शविर में करीब छह सौ लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।

नगरपालिका प्रधान व विधायक उदयन गुहा ने कहा कि स्वास्थ्य जांच के अलावा जरूरतमंद मरीजों को नि:शुल्क दवाई भी दिया गया। बाढ़ प्रभावित लोगों को हर प्रकार की सुविधा मुहैया कराने का प्रयास कर रहे हैं।

माथाभांगा में भी धीरे धीरे जल स्तर कम हो जाता है। इससे परिस्थिति स्वाभाविक हो रही है। कुछ लोगों को राहत सामग्री न मिलने से लोगों में नाराजगी भी है।

उत्तर दिनाजपुर संवाददाता के अनुसार

बाढ़ के कारण उत्तर दिनाजपुर जिले के अधिकांश इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। फलस्वरूप जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों को आगामी 19 तारीख तक बंद रखने का निर्देश दिया है। प्रशासन की ओर से रिलीफ नहीं मिलने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। एनडीआरएफ की टीम भी राहत बचाव कार्य में जुटी है। उत्तर दिनाजपुर जिले में बाढ़ की हालत सामान्य होते नजर नहीं आ रहे है। रायगंज, करणदिघी, कालियागंज, हेमताबाद प्रखंड इलाके में जल का प्रभाव बढ़ गया है। रायगंज के सिलीगुड़ी मोड़ में कुलीक नदी का जल स्तर बढ़ने से वह पानी राजमार्ग के उपर से गुजर रहा है। जिससे इस्लामपुर महकमा के कई क्षेत्र प्रभावित हो रहे है। ट्रेनों की आवाजाही ठप है। प्रशासन बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने में लगी हुई है। इस्लामपुर, ग्वालपोखर एक व दो प्रखंड एवं चोपड़ा प्रखंड इलाके में जल जमाव कम हुए है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। पूरे मामले में जिलाधिकारी आयशा रानी ने कहा कि वह बाढ़ पर खुद निगरानी रखे हुए है। सभी प्रखंड में राहत केंद्र खोलने के साथ रेसक्यू आपरेशन जारी है। खिंचड़ी से लेकर लोगों के बीच चुड़ा, पानी की व्यवस्था की जा रही है।

दक्षिण दिनाजपुर संवाददाता के अनुसार

जिले के गंगारामपुर में बीएसएफ के 183 नंबर बटालियन की ओर से बाढ़ पीड़ितों को हर प्रकार की मदद की जा रही है। पीड़ितों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है। उनलोगों को जांच के साथ दवाईया भी बांटी जा रही है। साथ ही लोगों को राहत सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है।

मालूम हो कि इसी बीच जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ की परिस्थिति से मुकाबला करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कूचबिहार जिले में तोर्षा, कालजानी, रायडाक नदी में खतरे के निशान से बाहर है। लगातार बारिश होने से भूटान पहाड़ की नदियों से आए पानी से जिले में अधिकांश जगहों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। हालातों पर निगरानी रखने के लिए प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम खोला गया है। वर्तमान में जिले के विभिन्न महकमा शासक व ब्लाक के बीडीओ बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार तीस्ता, तोर्षा, कालजानी, रायडाक, मनसाई सहित 20 छोटी-बड़ी नदियों कूचबिहार जिले से होकर गुजरती है। अधिकांश नदियों भूटान पहाड़ से होकर कूचबिहार होते हुए बांग्लादेश जाती है। जिससे भूटान में अगर भारी बारिश होती है तो इस जिले की नदियों का जलस्तर काफी बढ़ जाता है। जिससे कभी कभी भयावह स्थिति उत्पन्न हो जाती है। माथाभांगा महकमा के शिकारपुर नेंदा नदी में में बांस का पुल बह जाने से कई गांवों का आपस में संपर्क टूट गया था। वही कूचबिहार के राजबाड़ी के सामने पानी जमा होने से वह तालाब के रुप में परिणत हो गया था। स्थानीय लोगों का आरोप है प्रत्येक वर्ष जल निकासी व्यवस्था ठिक करने के आश्वासन दिया जाता है, पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

मेखलीगंज ब्लाक में भी बारिश के पानी से लोग प्रभावित

उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों के साथ कूचबिहार जिले के मेखलीगंज ब्लाक में पिछले कई दिनों की बारिश से अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए। पिछले कई दिनों की भारी बारिश के कारण भोटबाड़ी ग्राम पंचायत बीएस बाड़ी इलाके में सनियाजन नदी पर बांध टूट जाने से गांव के लोग दहशत में है। इलाके के तीस्ता, जलढाका, सानियाजान सहित अन्य नदियों का जलस्तर भी काफी बढ़ रहा है। प्रशासन सूत्रों के अनुसार जलढाका के पानी से रानीरहाट, उचलपुखरी गांव इलाके में पानी घुस गया है। कुचलीबाड़ी, चेंगड़ाबांधा इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। ब्लाक के बीडीओ विरूपाक्ष मित्र ने कहा कि हमलोग पूरी परिस्थिति पर नजर रखे हुए है।


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