भारी बारिश से कूचबिहार जिले में अधिकांश इलाके जलमग्न
- जिले के तोर्षा, कालजानी, रायडाक नदी का जल स्तर खतरे के निशान के करीब - बाढ़ की स्थिि
- जिले के तोर्षा, कालजानी, रायडाक नदी का जल स्तर खतरे के निशान के करीब
- बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने खोला कंट्रोल रुम
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जेएनएन, कूचबिहार/माथाभांगा/चेंगड़ाबांधा : पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश होने से कूचबिहार जिले के अधिकांश इलाके में जलमग्न हो गए है। इसके साथ नदियों का जलस्तर बढ़ने से अधिकांश जगहों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसी बीच जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ की परिस्थिति से मुकाबला करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से तोर्षा, कालजानी, रायडाक नदी में खतरे का संकेत जारी कर दिया गया है। लगातार बारिश होने से भूटान पहाड़ की नदियों से आए पानी से जिले में अधिकांश जगहों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। परिस्थिति पर नजर रखने के लिए प्रशासन की ओर से कंट्रोल रुम खोला गया है। जिले के विभिन्न महकमा शासक व ब्लाक के बीडीओ बाढ़ की परिस्थिति पर नजर रख रहे है।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार तीस्ता, तोर्षा, कालजानी, रायडाक, मनसाई सहित 20 छोटी-बड़ी नदियों कूचबिहार जिले से होकर गुजरती है। अधिकांश नदियों भूटान पहाड़ से होकर कूचबिहार होते हुए बांग्लादेश जाती है। जिससे भूटान में अगर भारी बारिश होती है तो इस जिले की नदियों का जलस्तर काफी बढ़ जाता है। जिससे कभी कभी भयावह स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कूचबिहार जिले में पिछले 24 घंटे में 990.80 मिलीमीटर बारिश हुई है। वही तूफानगंज में 430.20 मिलीमीटर, दिनहाटा में 160.80 मिलीमीटर, माथाभांगा में 152.80 मिलीमीटर, कूचबिहार में 246.60 मिलीमीटर बारिश हुई है। माथाभांगा महकमा के शिकारपुर नेंदा नदी में में बांस का पुल बह जाने से कई गांवों का आपस में संपर्क टूट गया है। अगर ऐसी ही परिस्थिति रही तो अगले 24 घंटे में परिस्थिति और भयावह हो सकती है। वही कूचबिहार के राजबाड़ी के सामने पानी जमा होने से वह तालाब के रुप में परिणत हो गया है। शुक्रवार शाम को खबर लिखे जाने तक शहर के अधिकांश जगहों में जल जमा होने एवं जल निकासी की व्यवस्था न होने से लोगों में नाराजगी देखी गई। लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हर साल जल निकासी के लिए आश्वासन दिया जाता है लेकिन कोई व्यवस्था नहीं होती है। कूचबिहार हेरिटेज सोसाइटी के सचिव अरूप ज्योति मजूमदार ने कहा कि थोड़ी सी बारिश होते ही राजबाड़ी के सामने पानी जमा हो जाता है। पिछले काफी समय से यह हालत चली आ रही है।
इधर कूचबिहार नगरपालिका के चेयरमैन भूषण सिंह ने भी शहर के विभिन्न जलमग्न इलाके का दौरा किया।
मेखलीगंज ब्लाक में भी बारिश के पानी से लोग प्रभावित
उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों के साथ कूचबिहार जिले के मेखलीगंज ब्लाक में पिछले कई दिनों की बारिश से अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए है। गुरूवार रात को भारी बारिश के कारण भोटबाड़ी ग्राम पंचायत बीएस बाड़ी इलाके में सनियाजन नदी पर बांध टूट जाने से गांव के लोग दहशत में है। स्थानीय ग्राम पंचायत सदस्य मृत्युंजय राय ने कहा कि नदी का जल स्तर बढ़ने से अधिकांश गांव में पानी घुस गया है। बांध के टूटने के बारे में प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। वही इलाके कें तीस्ता, जलढांका, सानियाजान सहित अन्य नदियों का जलस्तर भी काफी बढ़ रहा है। प्रशासन सूत्रों के अनुसार जलढांका के पानी से रानीरहाट, उचलपुखरी गांव इलाके में पानी घुस गया है। कुचलीबाड़ी, चेंगड़ाबांधा इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। ब्लाक के बीडीओ विरूपाक्ष मित्र ने कहा कि हमलोग पूरी परिस्थिति पर नजर रखे हुए है।
माथाभांगा में भी लगातार बारिश होने के बाढ़ की उत्पन्न स्थिति जस की तस बनी हुई है। कोई सुधार नहीं हुआ है। माथाभांगा शहर के 1,9,12 नंबर वार्ड के घरों में पानी घुसना शुरू हो गया है। वही सिंचाई विभाग की ओर से मनसाई नदी में खतरे का संकेत जारी है। नदी में हर घंटे में जल स्तर बढ़ रहा है। जिससे सिंचाई विभाग के लिए चिंता का माहौल बना हुआ है। ऐसे परिस्थिति में माथाभांगा के अन्य दूसरे नदियों का भी जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।