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माध्यमिक परीक्षार्थी ने की खुदकशी

-दिसंबर महीने में हुई माध्यमिक टेस्ट परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुई थी -एक झूठ को छुपाने के लिए उसने

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Feb 2017 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 01:00 AM (IST)
माध्यमिक परीक्षार्थी ने की खुदकशी
माध्यमिक परीक्षार्थी ने की खुदकशी

-दिसंबर महीने में हुई माध्यमिक टेस्ट परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुई थी

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-एक झूठ को छुपाने के लिए उसने कई झूठों का सहारा लिया था

संवाद सूत्र, बैरकपुर : बनगाव थाना के घाटबाउड़ पंचायत के कालमेघा की रहने वाली व माध्यमिक परीक्षार्थी ने फांसी लगा कर खुदकशी कर ली। दिसंबर महीने में हुई माध्यमिक टेस्ट परीक्षा में वह अनुत्तीर्ण हुई थी। इस बात को वह घर वालों से छुपा कर रखी थी। एक झूठ को छुपाने के लिए उसने कई झूठों का सहारा लिया था। बुधवार से आरंभ हो रही माध्यमिक परीक्षा में वह नहीं बैठ पाई। बताया गया है कि अपनी करतूत से उसे इस कदर हताशा हुआ कि उसने मंगलवार की रात फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। मृतका का नाम आदिति मंडल (18) बताया गया है।

जानकारी के अनुसार अदिति मंडल घाटबाउड़ के आदर्श विद्यालय की छात्रा थी। उसके पिता विकास मंडल ने बताया कि टेस्ट परीक्षा पास करने की बात बताकर उसने कुछ नई किताबों को खरीदने के लिए पैसा भी लिया था। बीच बीच में सहेलियों के यहा परीक्षा की तैयारी करने की बात बता कर जाती थी। मंगलवार शाम कमरे के सिलिंग पंखे में फंदा बांध कर झूल गई। माध्यमिक परीक्षा का एडमिट कार्ड भी उसे नही मिला था। अदिति की मां मालती मंडल ने बताया कि मंगलवार सुबह भी कापी व पेन खरीदने के लिए वह घर से रुपये ले गई थी। उसके पिता का आरोप है कि उसने झूठ बोलने के कारण आत्महत्या कर ली। अच्छा होता उनकी बेटी देर सबेर उन्हें सच्चाई बता देती तो उन्हें यह दिन नही देखना पड़ता। मुहल्लेवालों का आरोप है कि टेस्ट परीक्षा में फेल होने पर स्कूल अभिभावक को बुला कर जानकारी देता है। लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हुआ। स्कूल के हेडमास्टर का कहना है कि टेस्ट अथवा माध्यमिक परीक्षा में सभी परीक्षार्थी उत्तीर्ण नहीं होते हैं। जो अनुत्तीर्ण होते हैं वे अगले वर्ष की तैयारी करते हैं।

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सारी कोशिश धरी रह गईं,

नहीं दे पाया माध्यमिक परीक्षा

संवाद सूत्र, बैरकपुर: सड़क हादसे के शिकार माध्यमिक परीक्षार्थी को अस्पताल में परीक्षा दिलवाने की सारी कोशिशें धरी की धरी रह गई। वह परीक्षा नहीं दे सका। परीक्षा आरंभ होने के कुछ मिनट पहले सागर कुमार हाल्दार नामक का छात्र की यूएसजी रिपोर्ट आई। जिसमें उसके लीवर में खून का थक्का जमने का उल्लेख था। छात्र की जान बचाने के लिए तुरंत आपरेशन करना जरूरी था। इसलिए डाक्टरों ने उसे परीक्षा देने से मना कर दिया। तुरंत आरजी कर अस्पताल में उसे रेफर कर दिया गया।

हाबरा के सप्तग्राम आदर्श विद्यापीठ का छात्र सागर कुमार हाल्दार (16) मंगलवार दोपहर दो बजे सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। नतूनहाट कलर्वट के समीप मिट्टी लदी मैक्स गाड़ी की चपेट में वह आ गया। उसकी कमर के दाहिने ओर चोट लगी थी। लोग उसे हाबरा स्टेट जनरल अस्पताल में ले गए। उसका इलाज किया गया। टाके भी लगाये गए। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही हाबरा ब्लाक के बीडीओ और पुलिस की मदद से यह तय किया गया था कि सागर कुमार अस्पताल के बेड पर से ही परीक्षा देगा। अस्पताल में छात्र के परीक्षा लेने की सारी तैयारिया पूरी कर ली गई। निर्धारित समय पर परीक्षक भी अस्पताल पहुंच गए। तभी छात्र की यूएसजी रिपोर्ट आई। सप्तग्राम आदर्श विद्यापीठ के हेडमास्टर पार्थ सारथी नाथ ने बताया कि छात्र मेधावी है। अपने जीवन की पहली सबसे बड़ी परीक्षा वह नहीं दे पाया। इसका अफसोस हमें भी है लेकिन हम उसके स्वस्थ होने की कामना करते हैं।


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