शहीद दिवस पर बच्चों को शहीद करने जैसी स्थिति : बाबुल
दुर्गापुर : भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत एवं तृकां मुक्त बंगाल बनाने के लक्ष्य पर काम कर रही है। जिस
दुर्गापुर : भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत एवं तृकां मुक्त बंगाल बनाने के लक्ष्य पर काम कर रही है। जिसे पूरा करके ही दम लेगी। क्योंकि कांग्रेस के साथ कां जुड़ा है, वहीं तृकां के साथ कां शब्द जुड़ा है। दोनों सामान्य ही है एवं कांग्रेस से ही अलग होकर तृकां बनी है। उक्त बातें केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने कही। वे दुर्गापुर में नगरनिगम चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन में शामिल होने आए थे।
उन्होंने कहा कि तृकां, माकपा से भी आगे निकल गई है। माकपा से ज्यादा अत्याचार तृकां के शासनकाल में हो रहा है। तृकां कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी चरम पर है। पुलिस भी उनका साथ दे रही है। केंद्र सरकार हर राज्य का विकास करना चाहती है। केंद्र की योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंच रहा है। यहां तक की दक्षिण भारत के राज्यों में भी पहुंचा है। लेकिन बंगाल सरकार केंद्र के साथ टकरार के लिए केवल है। यहां तक की मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों व विभागियों अधिकारियों को भी काम के लिए कोई पत्र केंद्र को लिखने से मना कर दिया है। तृकां में विनाश के समय विपरित बुद्धि घर कर गई है। आज कोलकाता के जनजीवन को परेशानी में डालकर तृकां की शहीद सभा हो रही है। उस शहीद सभा में बच्चों को वाहनों के छत पर लेकर जाया जा रहा है। जिसमें कोई भी दुखद हादसा हो सकता है। ऐसे में तृकां बच्चों को ही शहीद करना चाहती है। मां, माटी व मानुष की नारा देने वाली सरकार को मां, माटी व मानुष ही जवाब देगी। उन्होंने कहा कि नगरनिगम का चुनाव राज्य चुनाव आयोग के देखरेख में होता है। पिछले आसनसोल सहित कुछ नगरनिगम चुनाव की स्थिति को राज्य में हमलोगों ने देखा है, जहां तृकां की गुंडागर्दी, बूथ लूट एवं पुलिस का अत्याचार देखने को मिला। बाहरी लोगों को लाकर बूथ लूटा जाता है। इस बार के दुर्गापुर नगरनिगम चुनाव में भी वैसी स्थिति हो सकती है। हालांकि भाजपा उसका डट कर मुकाबला करेगी, ताकि लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अवसर मिले। यहां की जनता भी भाजपा के साथ है, आज के रोड शो व जुलूस को देखकर उसका अंदाज लगाया जा सकता है। पहले जहां भाजपा प्रत्येक बूथ पर एजेंट नहीं देख सकती थी। आज हर वार्ड में लोग चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। इससे ही पता चलता है कि लोग भाजपा के साथ आ रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृकां कोई नियम नहीं मानती है। नियम तोड़कर मुस्लिम संस्था को जमीन दिया गया, जबकि दुर्गा मंदिर के लिए जमीन मांगा जा रहा था, वह नहीं मिला। चुनाव नियम के अनुसार कोई भी पुलिस अधिकारी अपने ग़ृह इलाके में नहीं रह सकता, लेकिन दुर्गापुर में थाना प्रभारी का दायित्व यहां के युवक को दिया गया है। जिसकी शिकायत पार्टी की ओर से की गई है। तृकां क्षमता का दुरूपयोग कर रही है। मौके लखन घोरूई, अमिताभ बनर्जी, उपासना उपाध्याय, सरोज मंडल सहित कई नेता मौजूद थे।