सोदपुर एरिया को लोडर रहित माइन बनाने की योजना
सांकतोड़िया, आसनसोल : कोल इंडिया प्रबंधन ने पूरे कोल इंडिया को लोडर रहित माइन बनाने की योजना बनाई
सांकतोड़िया, आसनसोल :
कोल इंडिया प्रबंधन ने पूरे कोल इंडिया को लोडर रहित माइन बनाने की योजना बनाई है। इसके तहत सोदपुर एरिया को पूरी तरह लोडर रहित माइन बनाने के लिए यहां 16 एसडीएल लगाने की योजना बनाई गई है। दूसरी ओर चिनाकुड़ी माइन संख्या एक को चालू करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। यहां 72 मिलियन टन कोयले का भंडार है। उल्लेखनीय है कि सोदपुर एरिया सबसे पुराना है और सबसे ज्यादा घाटे वाली एरिया भी है। खदानों को लोडर रहित बनाने की प्रक्रिया के तहत ईसीएल की सोदपुर एरिया की खदानों में 16 एसडीएल मशीने लगाई जाएगी। इनमें चिनाकुड़ी माइन संख्या-3 में तीन, पारबेलिया में 2, दूबेश्वरी में 2, नर्समुदा में 2, मिठानी में 2, पटमोहना में 3 तथा धेमोमेन में 2 एसडीएल लगायी जाएगी। एसडीएल मशीन लगाने को लेकर सोमवार को सोदपुर एरिया के एसआर भारती, एरिया अभियंता ई एंड एम एसएन ¨सह, ग्रुप अभिकर्ता जेसी राय, प्रबंधक केआरपी ¨सह ने चिनाकड़ी माइन संख्या-3 का निरीक्षण किया। ईसीएल प्रबंधन सूत्रों के अनुसार सबसे पहले सोदपुर एरिया को लोडर रहित बनाया जाएगा। नई मशीनें आ रही हैं। इसलिए नई तकनीक का व्यवहार भी जरूरी है। आने वाले दिनों में बिजली उद्योग में कोयले की खपत और भी बढ़ेगी। उत्पादन बढ़ाने हेतु नई तकनीक का व्यवहार जरुरी है। इस माह के अंत तक 6 एसडीएल चालू हो जाएगी।
प्रबंधन सूत्रों का कहना है कि चिनाकुड़ी माइन संख्या-1 को चालू करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। सारी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। इसे हर हाल में खोला जाएगा। इसमें 72 मिलियन टन कोयले का भंडार है।