अस्पताल में चालीस मिनट रूके राष्ट्रपति
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : राष्ट्रपति अस्वस्थ अपने बड़े भाई पियूष मुखर्जी के स्वास्थ्य की जानकारी ल
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : राष्ट्रपति अस्वस्थ अपने बड़े भाई पियूष मुखर्जी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने एवं उनसे मिलने के लिए दुर्गापुर के मिशन अस्पताल में रविवार को पहुंचे थे। अस्पताल पहुंचने पर चेयरमैन डॉ. सत्यजीत बोस समेत अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया एवं राष्ट्रपति को स्मृति चिह्न भेंट किया। राष्ट्रपति दोपहर तकरीबन सवा बारह बजे अपने बड़े काफिले के साथ मिशन अस्पताल पहुंचे। तकरीबन चालीस मिनट अस्पताल में रहकर 1.09 बजे वापस नेहरू स्टेडियम के लिए काफिले के साथ निकल गए। इस दौरान अस्पताल के इलाज व्यवस्था पर संतुष्टि जताई। डॉ. अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि राष्ट्रपति पहली बार अस्पताल में पहुंचे यह हमारे लिए गर्व की बात है। कोलकाता के बाहर दुर्गापुर में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था पर उन्होंने खुशी भी जाहिर की। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति के बड़े भाई के इलाज के लिए पांच डॉक्टरों की मेडिकल टीम बनाई गई है, जो लगातार उनके इलाज पर नजर रखे हुए हैं।
विश्वभारती पाठ भवन के अध्यक्ष रह चुके है पियूष मुखर्जी : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बड़े भाई बोलपुर शांतिनिकेतन विश्वभारती के पाठ भवन के अध्यक्ष रह चुके हैं। वे मूलरूप से वीरभूम जिले के कीर्णहार के रहनेवाले हैं। लेकिन पाठभवन में अध्यक्ष रहते हुए बोलपुर में ही घर बना लिया था। कई वर्ष पहले वे सेवानिवृत्त हुए थे, वद्धावस्था के कारण बीमार होने पर दो फरवरी को उन्हें दुर्गापुर के मिशन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
डॉ. एनके कश्यप के साथ कई लोग थे शामिल : राष्ट्रपति के साथ तकरीबन छह वाहनों में राष्ट्रपति के रिश्तेदारों के साथ-साथ डॉक्टर व अन्य लोग मिशन अस्पताल में पहुंचे थे। जिसमें मुख्य रूप से दिल्ली से आए डॉ. एनके कश्यप भी शामिल थे। इनके अलावा उनके सांसद पुत्र अभिजीत मुखर्जी, सुभाष दास, सुस्मिता मुखर्जी, दीपानविता, कृष्णा मोहन, शुभ्रा घोष, सुब्रत घोष, सुरेश यादव, रजत दत्त, प्रद्युत गुहा, हमीद हुसैन आदि राष्ट्रपति के साथ अस्पताल आए थे, जो फिर उनके काफिले के साथ ही वापस चले गए।
राष्ट्रपति के एक झलक देखकर बच्चे से लेकर बड़े तक उत्साहित
कांकसा से भी छोटे-छोटे बच्चे पहुंचे थे अस्पताल
जासं, दुर्गापुर : राष्ट्रपति के दुर्गापुर आने की तैयारी तीन दिन पहले से ही शुरू हो गई थी। जिसकी जानकारी भी आम जनता को मिल गई थी। रविवार को राष्ट्रपति का एक झलक पाने के लिए दुर्गापुर के अलावा कांकसा, बुदबुद आदि इलाकों से भी लोग पहुंचे थे। बड़ों के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चे भी अस्पताल के पास पहुंचे थे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए सभी को अस्पताल के बाहर ही रोक दिया गया था। राष्ट्रपति के आने के समय कोई ठीक से नहीं देख पाया। लेकिन वापस जाते समय लोगों ने उन्हें वाहन में देखा एवं हाथ हिलाकर सभी लोग उनका स्वागत कर रहे थे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी अपने वाहन के अंदर से हाथ हिलाकर व हाथ जोड़कर सभी लोगों का अभिवादन किया, जिससे लोगों के चेहरे पर खुशी भी दौड़ गई थी। कांकसा के गोपालपुर इलाके से आए कक्षा छठवीं के छात्र सर्वाशीष मिश्र ने बताया कि राष्ट्रपति के आगमन की जानकारी मिलने पर उन्हें देखने के लिए आया। उनको देखकर काफी अच्छा भी लगा। उन्होंने भी हमलोगों का अभिवादन किया। अरिजीत मिश्र ने कहा कि मैंने भी कभी किसी राष्ट्रपति को नहीं देखा। आज रविवार को स्कूल में छुट्टी का दिन होने के कारण उन्हें देखकर अच्छा लगा। महिला आनंदमयी गांगुली ने कहा कि राष्ट्रपति को देखने की इच्छा थी, वह आज पूरी हो गई।