निश्शक्त भी समाज के अभिन्न अंग
जासं, आसनसोल : निश्शक्त बच्चों को प्रशिक्षण देकर स्वनिर्भर बनानेवाली संस्था श्रीमां प्रतिबंधी कल्याण
जासं, आसनसोल : निश्शक्त बच्चों को प्रशिक्षण देकर स्वनिर्भर बनानेवाली संस्था श्रीमां प्रतिबंधी कल्याण केंद्र का 27 वां स्थापना दिवस शुक्रवार को केएन मुखर्जी लेन स्थित केंद्र में मनाया गया। इसकी शुरूआत संस्था के संस्थापक स्व. डॉ. जीआर मित्रा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर की गयी। इसके बाद मोमबत्ती जलायी गयी। यहां संस्था द्वारा प्रशिक्षित निश्शक्त बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। बच्चों ने मूकाभिनय के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। इन कार्यक्रम को दर्शकों ने काफी सराहा। मौके पर अतिथि पार्थ प्रतिम मित्रा ने कहा कि उनके पिता ने निश्शक्तों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए इस संस्था की स्थापना की थी। आज यहां सैकड़ों बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसे सरकारी मान्यता भी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि निश्शक्त भी समाज के अभिन्न अंग हैं। लोगों को उन्हें सहयोग करना चाहिए। ताकि वह अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बना सके। इस अवसर पर मीना जस, पंकज झा, मंटू यादव आदि उपस्थित थे।