बायोमीट्रिक पद्धति से मजदूरों पर बढ़ेगा कार्यभार
संवाद सहयोगी, सांकतोडि़या : इफ्टू से संबद्ध खान मजदूर कर्मचारी यूनियन की ओर से 14 सूत्रीय मांगों को
संवाद सहयोगी, सांकतोडि़या : इफ्टू से संबद्ध खान मजदूर कर्मचारी यूनियन की ओर से 14 सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को ईसीएल मुख्यालय सांकतोड़िया के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा गया। इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन (इफ्टू) के बैनर तले लोग डिसरगढ़ स्थित स्टेडियम में एकत्रित हुए एवं जुलूस के साथ ईसीएल मुख्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया।
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनियन के महासचिव कन्हैया वर्णवाल ने कहा कि बायोमीट्रिक पद्धति से हाजिरी बनाने का दबाव बनाया जा रहा है। इससे मजदूरों पर कार्यभार और भी बढ़ेगा। कोयला मजदूरों के वेतन से प्रतिमाह बिजली का पैसा काटा जाता है फिर भी उनके आवास में 24 घंटा बिजली नहीं दी जाती। शाम होते ही बिजली कट जाती है जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली आपूर्ति में मनमानी कटौती की जा रही है।
कहा कि श्रम कानून पूंजिपतियों के लिए है। इस कानून के पास होने से हायर एंड फायर की नीति कानूनी हो जाएगी। इससे किशोरियों व महिलाओं से भी रात्रि पाली में और जोखिम भरे काम कराए जा सकेंगे। मजदूरों के आवास एलपीजी के लिए उपयुक्त नहीं है, लेकिन उन्हें एलपीजी गैस कनेक्शन लेने के लिये बाध्य किया जा रहा है। उन्होंने झांझरा एमआइसी कोलियरी में आग लगने की घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग करते हुए कहा कि राष्ट्रीय संपत्ति के नुकसान के लिये उत्तरदायी अधिकारियों पर कार्रवाई हो। मौके पर खान मजदूर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष परेश पाल,दर्शन साव आदि उपस्थित थे।