माकपा नेता विनय कोन्नार की मौत से शोक की लहर
संवाद सहयोगी, वर्द्धमान : माकपा के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधायक विनय कोन्नार का शव सोमवार को श्रद्धांजलि देने के बाद वर्द्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल को सौंप दिया गया। उनके अंतिम दर्शन को काफी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी रही।
रविवार संध्या कोलकाता के एक अस्पताल में वर्द्धमान जिले के मेमारी इलाका निवासी व माकपा के वरिष्ठ नेता विनय कोन्नार की मौत हुई थी। उनके मौत की खबर सुनकर जिले के कार्यकर्ताओं में भी शोक का माहौल था। सोमवार की सुबह उनका शव कोलकाता से मेमारी लाया गया। उनके पैतृक गांव में भी श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। उसके बाद शव को वर्द्धमान शहर स्थित माकपा के जिला कार्यालय में लाया गया। जहां सैकड़ों समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। जिसके बाद शव को बीएमसीएच को सौंप दिया गया।
मौके पर वर्द्धमान जिला कमेटी के सचिव अमल हलदार ने कहा कि स्वर्गीय कोन्नार ने संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी मौत से पार्टी को काफी क्षति हुई है, इस क्षति को पूरा करना संभव नहीं है। वे अपने पीछे उनके दो पुत्र व दो पुत्री छोड़ गए है। उनके पुत्र अभिजीत ने बताया कि 24 अप्रैल 1930 को उनका जन्म मेमारी में हुआ था। मेमारी के विद्यासागर स्मृति विद्यामंदिर से उन्होंने पढ़ाई की थी। कॉलेज में शिक्षा ग्रहण के दौरान वे वाम राजनीति से जुड़े। वे वाम कृषक आंदोलन में शामिल हुए। कृषक सभा के राज्य कमेटी के सचिव भी वे बने थे। राजनीतिक जीवन के दौरान 11 वर्ष तक वे जेल में भी बंद थे। मेमारी विधानसभा सीट से वे तीन बार विधायक भी निर्वाचित हुए थे। इसके अलावा माकपा के केन्द्रीय कमेटी के सदस्य भी थे। बताया जाता है कि तीन सप्ताह पहले मेमारी स्थित आवास में गिरने से उनके कमर की हड्डी टूट गई थी। उन्हें कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां रविवार संध्या उनकी मौत हुई। सोमवार श्रद्धांजलि देने के लिए पूर्व नगरपालिका चेयरमैन ऐनुल हक, मदन घोष के अलावा कई नेता मौजूद थे।