अविश्वासमत प्रस्ताव का वामो ने किया बहिष्कार
संवाद सहयोगी, अंडाल : काजोड़ा ग्राम पंचायत में प्रधान के खिलाफ लाए गए अविश्वास मत प्रस्ताव को लेकर सोमवार वोटिंग हुई। जिसका बहिष्कार वाममोर्चा ने किया। वामो के किसी सदस्य ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। इस तरह प्रधान के खिलाफ 11 वोट पड़ा। अब पंचायत में एक सप्ताह के अंदर नए बोर्ड का गठन होगा। जिसकी प्रक्रिया बीडीओ के निर्देश के बाद चालू होगी।
एक वर्ष पहले हुए काजोड़ा ग्राम पंचायत के चुनाव में 21 सीट में 11 पर वामो को जीत मिली थी जबकि 10 पर तृकां ने जीत हासिल की थी। माकपा ने बोर्ड गठन किया था, जिसमें पान किष्टो नोनिया को प्रधान व फारवार्ड ब्लॉक के उत्तम बाउरी को उपप्रधान बनाया गया था। 31 अगस्त को उत्तम ने तृकां का दामन थाम लिया। जिससे तृकां के पक्ष में 11 सदस्य हो गए। सदस्य बल को देखते हुए एक सितंबर को तृकां ने बीडीओ को अविश्वास मत प्रस्ताव का पत्र दिया। जिसके आधार पर सोमवार वोटिंग की तिथि तय हुई थी। जिसमें प्रधान को हार का सामना करना पड़ा। अब तृकां की ओर से बोर्ड का गठन किया जाएगा। अनुमान किया जा रहा है कि अजीत रूईदास को तृकां बोर्ड में प्रधान एवं उत्तम बाउरी को उपप्रधान पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। माकपा नेता मलय बसु राय ने कहा कि तृकां ने सदस्यों को खरीद कर धमका कर अपने पक्ष में किया है। इस कारण हमारे सदस्य नहीं वोटिंग में नहीं पहुंचे। हालांकि तृकां नेता रूपेश यादव ने कहा कि धमकाने की संस्कृति माकपा में थी। तृकां संचालित पंचायतों में जिस ढंग से विकास हो रहा है, वैसा विकास माकपा संचालित पंचायतों में नहीं हो रहा है। इस कारण उपप्रधान तृकां में शामिल हुए।