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डीएनबी कोर्स के लिए संभावना तलाशी

By Edited By: Published: Sun, 13 Jul 2014 01:09 AM (IST)Updated: Sun, 13 Jul 2014 01:09 AM (IST)
डीएनबी कोर्स के लिए संभावना तलाशी

जागरण संवाददाता, आसनसोल: एक बेड पर दो से तीन मरीजों से पटा रहने वाला आसनसोल जिला अस्पताल की शक्ल व सूरत शनिवार को पूरी तरह से बदली- बदली नजर आ रही थी। चारों ओर गंदगी दिखायी देने वाला अस्पताल परिसर पूरी तरह से चमक रहा था। प्रत्येक बेड पर एक ही मरीज सोया नजर आ रहा था। वार्ड से लेकर बेड तक साफ- सुथरा नजर आ रहा था। चिकित्सक से लेकर कर्मी तक ड्रेस से सुसज्जित थे। अवसर था नयी दिल्ली से आयी डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड डीएनबी की केंद्रीय टीम का दौरा। टीम में पेडियाट्रिक के डॉ. वीआर आनंद और मेडिसिन के वीके गोयल शामिल थे। दोनों ही डीएनबी के परीक्षक है।

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आसनसोल जिला अस्पताल में प्रतिष्ठित डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड कोर्स की शुरुआत करने की संभावना तलाशने आयी टीम की आवभगत में पूरा अस्पताल प्रबंधन लगा हुआ था ताकि कहीं कोई खोट नजर नहीं आ जाए। यहां आसनसोल में पेडियाट्रिक और मेडिसिन के अलावा सर्जरी, एनासथेटिसिस और गायनोकोलोजिस्ट विभाग का कोर्स भी शुरु हो सकता है। अगर सब कुछ ठीक- ठाक रहा तो इसी सत्र से आसनसोल में कोर्स की शुरुआत भी हो सकती है। सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार ने आसनसोल जिला अस्पताल समेत राज्य के छह अस्पतालों में डीएनबी कोर्स शुरु किए जाने की संभावना जताते हुए केंद्र को आवेदन किया है। जिसमें पुरुलिया सदर अस्पताल, नदिया में कृष्णनगर, हुगली में चिंचुड़ा इमामबाड़ा, हावड़ा जिला अस्पताल और नार्थ चौबीस परगना में बारासात शामिल है।

बताया जाता है कि डीएनबी कोर्स की मान्यता एमडी कोर्स के बराबर होती है। टीम सदस्यों ने करीब तीन घंटे तक अस्पताल के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया। रोगियों से वार्ता की। वह लोग चाहते है कि एक बेड पर एक मरीज रहे। दो बेड के बीच कम से कम पांच फीट की दूरी हो। टीम सदस्यों ने पिछले तीन वर्षो में अस्पताल में क्या- क्या हुआ उसकी विस्तृत जानकारी भी मांगी। टीम सदस्यों ने अस्पताल में सीटी स्कैन चालू करने, ब्लड बैंक और पैथोलोजी लैब तथा आधारभूत संरचना को और बेहतर बनाये जाने का निर्देश दिया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. निखिल चंद्र दास ने कहा कि वह स्वास्थ्य विभाग से इस संबंध में बात करेंगे। बताया जाता है कि बाकी तीन विभागों के टीम सदस्य मंगलवार को अस्पताल पहुंचेंगे। मालूम हो कि टीम निरीक्षण के लिये पिछले कई माह से जिला अस्पताल में युद्धस्तर पर तैयारियां हो रही थी। आधारभूत संरचना के अभाव से ग्रस्त अस्पताल को संवारने के लिये पिछले कुछ दिनों में आवश्यक संसाधनों को जुटाने के लिये 70 लाख रुपये दिये गये थे। जिससे सेमिनार रुम, लाइब्रेरी, रीडिंग रुम आदि का निर्माण किया गया। वहीं डीएनबी कोर्स के लिये हर वार्ड में डीएनबी का एक- एक रीडिंग रुम की आवश्यकता है। डीएनबी को लेकर पिछले दिनों जिला अस्पताल में उक्त पांचों विभाग से संबंधित 15 नए चिकित्सकों की नियुक्ति की गयी। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज के अध्यापक और अस्पताल के वरीय चिकित्सकों को भी अध्यापन कार्य में लगाया जाएगा।


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