उत्तराखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, गंगोत्री हाईवे बहा
उत्तराखंड में बीते रोज से बारिश हो रही है। इससे पहाड़ और मैदान में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मलबा आने से कई मार्ग बंद हो गए हैं। बदरीनाथ हाईवे भी बंद हो रखा है।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड के देहरादून समेत कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। इससे गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वैसे अभी कोई जनहानि की सूचना नहीं है। उधर, बदरीनाथ हाईवे मलबा आने से बंद हो रखा है, जब गंगोत्री हाईवे 50 मीटर बह गया। बीआरओ के जवान सड़क बनाने में जुट गए हैं। केदारनाथ और यमुनोत्री मार्ग सूचारू हैं। मौसम विभाग ने दून समेत राज्य के सात जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पिथौरागढ़ और चमोली जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सेना और एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव अभियान चला रही है। पिथौरागढ़ के बस्तड़ी में एसडीआरएफ और असम रेजीमेंट के जवान मलब को हटा रहे हैं। उधमसिंह नगर में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बता दें कि चमोली और पिथौरागढ़ में 18 शव बरामद कर लिए गए हैं, जब 39 लापता हैं।
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मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार देहरादून, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा, पौड़ी, हरिद्वार व टिहरी जनपद के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश की संभावना है। देहरादून शहर को भारी बारिश की चेतावनी से बाहर रखा गया है। हरिद्वार में गंगा के जल में सिल्ट की मात्रा बढ़ जाने के कारण ऊपरी गंगा नहर व पूर्वी गंगा नहर को शीर्ष से बंद किया जा रहा है। समस्त पानी गंगा में छोड़ा जाएगा।
PICS: उत्तराखंड में तेज बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त
घर और गोशाला ध्वस्त
पिथौरागढ़ के बेरीनाग के धनोल्टिया में रात को अत्यधिक बारिश से जगदीश राम पुत्र नैन राम के घर और गोशाला ध्वस्त हो गई है। इसमें 11 मवेशी दब गए, जिसमें तीन जानवरों की मौत हो गई। हजारों का सामान मलबे में दब गया।
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गंगोत्री-यमुनोत्री हाइवे का भी हाल बुरा
कोटद्वार में रात से तेज बारिश हो रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग रात में मलबा आने से बंद हो गया था, जिसे सुबह खोला गया। वहीं, दुगड्डा-धूमाकोट मार्ग, धूमाकोट-रामनगर मार्ग, नालीखाल-पोखरी मार्ग बंद हैं। पौड़ी में तेज बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रखा है। बारिश से उत्तरकाशी में गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे बंद हैं। गंगोत्री हाईवे नेताला, गणेश पुर, लाटा, मल्ला में बंद हैं। यमुनोत्री मार्ग पाली गाड़ व हनुमान चट्टी में बंद हैं। गंगोत्री हाईवे पर लाटा के पास गदेरे (बरसाती नाला) से एक ढाबा बह गया। टिहरी चंबा-ऋषिकेश सड़क बेमुंड़ा के पास मलबा आने से बंद। बीआरओ एवं स्थानीय प्रशासन मार्ग को खोलने में जुटा हुआ है। वहीं, घनसाली के घुत्तु बाजार में भी बीती रात तेज बारिश से बाजार में पानी भर गया।
PICS: उत्तराखंड में सेना और एसडीआरएफ चला रही रेस्क्यू
सितारजंग में नदियों का जलस्तर बढ़ा
उधर, कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत जिलों में रुक रुककर बारिश हो रही है। पिथौरागढ़ में थल-मुनस्यारी मार्ग रतिगाढ़ के पास पांच घंटे बंद रहने के बाद खोल दिया गया। वहीं, टनकपुर-तावाघाट मार्ग कनालीछीना के पास अब भी बंद है। सितारगंज में बारिश से क्षेत्र की तीनों नदियां कैलाश, बैगुल और सूखी का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त इलाकों में अलर्ट जारी किया है। चम्पावत जिले के टनकपुर में किरोड़ा नाले ने भयंकर रूप ले लिया है। पूर्णागिरि रोड पर आवाजाही ठप हो गई है। शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से शारदा घाट को खाली कराया जा रहा है।
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