गंगोत्री हाईवे पर भूस्खलन
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: शनिवार की रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश के चलते गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे पर भूस्खलन का सिलसिला जारी रहा। गंगोत्री हाईवे नालूपाणी, रतूड़ीसेरा, बड़ेथी, हेलगू, गंगनानी, नेताला व लालढांग में भूस्खलन से बाधित हो गया। हेलगू व गंगनानी में भारी भूस्खलन को पूरे दिन की मशक्कत के बाद भी बीआरओ की मशीनें नहीं खोल सकीं।
इसके अलावा मनेरी में एक बार फिर मनेरी भाली परियोजना की बैराज की झील का करीब 15 मीटर हिस्सा धंस गया। इसे काफी मशक्कत के बाद दोपहर एक बजे तक तैयार किया जा सका। वहीं नैताला में बीआरओ का एक ट्रक मलबे में फंस गया। इसे निकालने में बीआरओ कर्मियों को करीब छह घंटे का समय लगा। दूसरी ओर यमुनोत्री हाईवे जंगलचट्टी व बाडिया में भूस्खलन से बंद हो गया। लेकिन, इसे सुबह दस बजे तक खोल दिया गया। इस स्थिति के कारण गंगोत्री धाम की ओर जाने वाले यात्री भूस्खलन जोन को पैदल ही पार करने के बाद दूसरी ओर से वाहनों पर सवार होकर आगे बढ़े। जनपद के केलसू क्षेत्र के सात व मोरी प्रखंड के 12 गांव अब भी सड़क संपर्क से कटे हैं।
आस्था के सामने कोई चुनौती कठिन नहीं। यात्रा के दौरान सड़क बंद होने के अलावा कोई दूसरी परेशानी नहीं है। भगवान के दर्शन के लिए इतनी परीक्षा तो देनी ही पड़ेगी।
कन्हैयालाल मेहता, अमरेल, गुजरात
चार धाम के दर्शन करने के लिए इतनी कठिनाई की बात तो सोच कर ही चले थे। हालांकि इस बार मौसम ठीक है परेशानी बस रास्ते बंद होने पर ही हो रही है।
हरिमोहन, बदरपुर, दिल्ली
चारधाम की यात्रा में पहली बार आए हैं वह भी बरसात के सीजन में लेकिन परेशानी कोई खास नहीं है। सड़क के खुलने का इंतजार करना पड़ रहा है इससे यात्रा का समय एक दो दिन बढ़ जाएगा।
संदीप चौधरी, नागपुर, महाराष्ट्र