आसान हुआ ममंद का पंजीकरण
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : लंबे समय से निष्क्रिय पड़े महिला मंगल दलों में दोबारा जान फूंकने के लिए अब युवा कल्याण विभाग ने महिला मंगल दलों के पंजीकरण की प्रक्रिया बेहद सरल बना दी है। अब महिला मंगल दलों का पंजीकरण बीस रुपये का मामूली शुल्क चुका कर जिला युवा कल्याण दफ्तर में हो सकेगा।
जिले में सरकारी आंकड़ों के लिहाज से भले ही 361 महिला मंगल दल गठित हैं, लेकिन लंबे समय से निष्क्रिय पड़े इन महिला मंगल दलों का पंजीकरण का नवीनीकरण नहीं हो सका है। इसके चलते फिलहाल ये महिला मंगल दल सरकारी योजनाओं के लिए भी वैध नहीं माने जाएंगे। जिले में ऊंगलियों पर गिने जाने लायक ही महिला मंगल दल सक्रिय हैं और समय समय पर अपने दलों के पंजीकरण का नवीनीकरण करवाती है। लेकिन, निष्क्रिय पड़े महिला मंगल दलों में फिर से जान फूंकने के लिए अब प्रशासन भी तैयारियों में जुट गया है। लंबे समय से नवीनीकरण ना होने से अवैध हो चुके महिला मंगल दलों का नवीनीकरण करने के लिए अब समिति पंजीकरण दफ्तर के चक्कर नहीं काटने होंगे। ना हीं पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए मोटी फीस भी चुकानी होगी। अब महिला मंगल दलों का नवीनीकरण के साथ ही नया पंजीकरण भी जिला युवा कल्याण विभाग में हो सकेगा। इसके लिए बीस रुपये का मामूली शुल्क लिया जाएगा। जबकि समिति पंजीकरण में यह शुल्क चार से पांच हजार के करीब बैठता है। ऐसे में युवा कल्याण विभाग में पंजीकरण महिलाओं के लिए आसान भी और सस्ता भी पड़ेगा।
एक लाख रुपये मिलेंगे दलों को
जिले में 361 महिला मंगल दलों को राज्य सरकार की घोषणा के अनुरूप एक एक लाख रुपये की मदद दी जाएगी। लिहाजा प्रशासन भी अब निष्क्रिय पड़े महिला मंगल दलों को सक्रिय करने में जुट गया है ताकि इस धनराशि का उचित उपयोग हो सके।
पंचायतों की मजबूत कड़ी महिला मंगल दल
महिला मंगल दल ग्राम सभाओं की भी मजबूत कड़ी है। गांव में व्यवस्थाएं बनाए रखना, फसलों को पशुओं से बचाने से लेकर गांव में आम रास्तों की सफाई के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करना, सामुदायिक कार्यक्रमों का सफल आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन व संचालन समेत गांव के संसाधनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी महिला मंगल दल बेहतर तरीके से निभा रही है। ऐसे में हर गांव में महिला मंगल दलों का सक्रिय होना गांव के विकास के लिए भी बेहद जरूरी है।
नई व्यवस्था के मुताबिक अब इस महीने से जिला युवा कल्याण विभाग में ही महिला मंगल दलों के पंजीकरण हो सकेंगे। इसके लिए मामूली फीस रखी गई है, दलों को दोबारा सक्रिय कर महिला सशक्तीकरण की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन संभव हो सकेगा
पंकज कुमार, युवा कल्याण अधिकारी, उत्तरकाशी