यहां बारिश शुरू होते ही बरसने लगते हैं पहाड़ी से पत्थर
गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी, चुंगी बड़ेथी व लालढांग डेंजर जोन में शामिल हैं। यहां तो स्थिति यह है कि बारिश होते ही इन दोनों स्थानों में पहाड़ी से पत्थर बरसने लगते हैं।
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी, चुंगी बड़ेथी व लालढांग डेंजर जोन में शामिल हैं। यहां तो स्थिति यह है कि बारिश होते ही इन दोनों स्थानों में पहाड़ी से पत्थर बरसने लगते हैं। जो पैदल चलने तथा वाहन चालकों के लिए बेहद ही खतरनाक हैं।
उत्तरकाशी जनपद आपदा से प्रभावित जनपद है। बाढ़, भूकंप, भूस्खलन जैसी आपदाओं ने यहां पूर्व में कहर बरपाया है। संवेदनशील स्थानों तथा सम्पर्क मार्गों पर तो खतरा है ही। इसके साथ हाईवे भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं।
गंगोत्री हाईवे पर धरासू से लेकर गंगोत्री तक 12 डेंजर जोन हैं, लेकिन तीन डेंजर जोन तो ऐसे हैं जहां बारिश शुरू होते ही पहाड़ी से पत्थर गिरने लगते हैं। इन डेंजर जोन में नालूपानी का करीब पांच सौ मीटर की क्षेत्र, चुंगी बडेथी का 150 मीटर का क्षेत्र तथा लालढांग का 100 मीटर का क्षेत्र अति संवेदनशील है।
हल्की की बारिश में यहां पत्थरों की बरसात शुरू हो जाती है। इन संवेदनशील स्थानों पर प्रशासन की ओर से कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। ऐसा नहीं है कि इन स्थानों पर हादसे नहीं हुए हैं। बड़ेथी के पास वर्ष 2015 में एक बाइक सवार के सिर पर पत्थर लगा था। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
नालूपानी के पास वर्ष 2015 में तीन कांवड़िये पत्थर की चपेट में आए थे। वहीं अपर जिलाधिकारी पीएल शाह ने बताया कि ऐसे डेंजर जोन पर साइन बोर्ड तो लगाए हैं। जहां बोर्ड नहीं लगे हैं वहां चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे।
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