मुहूर्त तयः 12 को गंगोत्री व 13 नवंबर को यमुमोत्री के कपाट होंगे बंद
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त तय हो गया है। गंगोत्री धाम के कपाट 12 नवंबर को दोपहर 1.15 बजे व यमुनोत्री धाम के कपाट 13 नवंबर को सुबह 11.30 मिनट पर बंद होंगे।
उत्तरकाशी। विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त तय हो गया है। गंगोत्री धाम के कपाट 12 नवंबर को दोपहर 1.15 बजे व यमुनोत्री धाम के कपाट 13 नवंबर को सुबह 11.30 मिनट पर बंद होंगे।
दोनों धामों के कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखबा) तथा मां यमुना के दर्शन उनके मायके व शीतकालीन प्रवास खुशीमठ (खरसाली) में कर सकेंगे।
गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने का शुभ मुहूर्त मंगलवार को नवरात्र के शुभ अवसर पर दोनों धामों में तीर्थ पुरोहितों ने निकाला। इसके बाद मंदिर समिति के पदाधिकारिरयों ने दोनों धामों के कपाट बंद करने की औपचारिक घोषणा भी की।
श्री पांच मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि इस बार गंगोत्री धाम के कपाट 12 नवंबर को शीतकाल के लिए छह माह तक परंपरानुसार विधिवत पूजा-अर्चना के साथ बंद कर दिए जाएंगे।
शुभ मुहूर्त के अनुसार साढ़े सात से नौ बजे के बीच उदय बेला में पूजा अर्चना के बाद गंगा जी की मूर्ती से मुकुट उतरा जाएगा। दोपहर 1.15 बजे कपाट बंद किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि दोपहर 1.25 बजे कुंभ लग्न अमृत बेला पर गंगा जी की डोली का प्रस्तान मुखवा के लिए होगा। 12 नवंबर की रात्री विश्राम मुखवा से चार किमी पहले देवी मंदिर में होगा। 13 नवंबर सुबह गंगा जी की डोली मुखीमठ पहुंचेगी।
यमनुत्री मंदिर समिति के सचिव पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम के कपाट भयादूज के अवसर पर विधिवत हवन पूजा-अर्चना के साथ बंद कर दिए जाएंगे। कपाट बंद होनेका शुभ मुहूर्त कार्तिक शुक्ल द्वितीय सुबह 11.30 बजे होगा। इसे पहले पूजा अर्चना के बाद यमुना जी का मुकुट उतारा जाएगा। दोपहर 1.30 बजे से पहले अनुराधा नक्षत्र में यमुना जी की डोली खरसाली के लिए प्रस्थान करेगी।
पढ़ें-शारदीय नवरात्र शुरू, मंदिरों में जुटी भीड़