साइकिल यात्रा से सुरक्षित यातायात का दे रहे संदेश
मनोज ¨सह राणा, उत्तरकाशी एक साल पहले सुरक्षित यातायात का संदेश देने के लिए साइकिल यात्रा पर निकले
मनोज ¨सह राणा, उत्तरकाशी
एक साल पहले सुरक्षित यातायात का संदेश देने के लिए साइकिल यात्रा पर निकले महाराष्ट्र के धोडीराम का मानना है कि यदि वाहन चलाते समय मोबाइल न चलाया तो काफी हद तक दुर्घटना पर रोक लग सकती है।
गांव जवडे, तहसील सांगोली, जिला सोलापुर, महाराष्ट्र निवासी 46 वर्षीय धोडीराम पुत्र जयज ने बताया कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं वाहन चालकों की लापरवाही और मोबाइल फोन के इस्तेमाल से होती हैं। यदि वाहन चालक एकाग्रचित और सावधानी से वाहन चलाएं तो दुर्घटनाओं पर नियंत्रण लगाया जा सकता है। वाहन के अनियंत्रित होने के कारण ही सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने बताया कि वह जून 2016 में महाराष्ट्र से साइकिल से चले थे और अब तक तीस हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन कोई भी दुर्घटना उनके साथ नहीं हुई। इसका कारण उनका एकाग्रचित्त होना है। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान वह शोलापुर, ग्वालियर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्बू-कश्मीर, उधमपुर, पठानकोट, हिमाचल प्रदेश, धर्मशाला, लेह लद्दाख, देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी समेत कई प्रदेशों और जिलों में गए और लोगों को सुरक्षित यातायात का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान उन्होंने हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह, पंजाब के प्रकाश ¨सह बादल, हरियाणा के मनोहर कट्टर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश ¨सह रावत से मुलाकात कर उन्हें साइकिल यात्रा और सुरक्षित यातायात की जानकारी दी, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनकी इस यात्रा की सराहना की। उन्होंने बताया कि उनकी इस यात्रा का मकसद सुरक्षित यातायात का संदेश देना है। बताया कि गंगोत्रीधाम से लौटने के बाद आगे भी उनकी यात्रा जारी रहेगी।