आग से दुकानें राख, देर से पहुंची दमकल टीम
संवाद सूत्र, पुरोला : मोरी बाजार में गुरुवार की रात आग लगने से परचून की चार दुकानें जलकर राख हो गई।
संवाद सूत्र, पुरोला : मोरी बाजार में गुरुवार की रात आग लगने से परचून की चार दुकानें जलकर राख हो गई। आग की चपेट में पांच आवासीय कमरे भी आ गए। सूचना के चार घंटे बाद दमकल की टीम पहुंचने पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने शुक्रवार सुबह मोरी बाजार बंद कराया और मोरी पुरोला मार्ग पर जाम भी लगाया। प्रशासन की टीम के समझाने पर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ। आग लगने के कारणों का सही पता नहीं चल पा रहा है।
गुरुवार की रात दुकानों में आग लगने से मोरी बाजार के आसपास रहने वाले लोगों की नींद खुली। इस पर लोगों ने स्वयं के प्रयासों से आग बुझानी शुरू की, लेकिन तब तक आग भड़क गई। दुकानों की आग पांच आवासीय कमरों तक भी फैली। इन कमरों रह रहे लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। आग भड़कने पर ग्रामीणों ने सूचना फायर सर्विस स्टेशन दी। फायर सर्विस स्टेशन मोरी से 70 किलोमीटर दूर बड़कोट में है। वहां से दमकल गाड़ी व टीम आने में चार घंटे से अधिक का समय लग गया। जब दमकल की टीम पहुंची तब तक चारों दुकानें और आवासीय कमरे जलकर राख हो चुके थे। ऐसे में लोगों का गुस्सा भड़क गया। लोगों फायर सर्विस के कर्मचारियों का घेराव कर दिया। उनका कहना था कि एक साल में मोरी बाजार में आग की एक दर्जन से अधिक घटनाएं होती हैं। इसके बावजूद लोगों की मांग पर यहां फायर स्टेशन नहीं बनाया गया। जब तक बड़कोट से अग्निशमन दल आता है, तब तक सब स्वाहा हो जाता है। इस पर ग्रामीणों व व्यापारियों ने बाजार भी बंद रखा तथा पुरोला मार्ग पर जाम लगाया। सूचना पर तहसीलदार एमआर शर्मा के साथ ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह लोगों को समझा कर शांत किया। तहसीलदार एमआर शर्मा ने बताया कि हुकमदास पुत्र हुदरू निवासी सेवा, हरिपालाल पुत्र जियानू निवासी फिताड़ी, पाल चंद पुत्र जियानू निवासी फिताड़ी, सुरती लाल पुत्र श्याम सुख निवासी बरी, किशन ¨सह पुत्र हरिराम निवासी सालरा, कैलाश, प्रकाश, विरेंद्र ¨सह पुत्र सुरेंद्र ¨सह निवासी सालरा के आवासीय कमरों व दुकानों में आग लगी। प्रभावितों को प्राथमिक राहत राशि दी गई है।