Move to Jagran APP

प्राकृतिक संसाधनों की उपयोगिता को जाना

उत्तरकाशी : राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज के बाल वैज्ञानिकों ने शिक्षक अनिल ¨सह रावत के मार्गदर्शन में गा

By Edited By: Published: Sat, 22 Oct 2016 06:16 PM (IST)Updated: Sat, 22 Oct 2016 06:16 PM (IST)
प्राकृतिक संसाधनों की उपयोगिता को जाना

उत्तरकाशी : राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज के बाल वैज्ञानिकों ने शिक्षक अनिल ¨सह रावत के मार्गदर्शन में गांवों का भ्रमण कर परंपरागत ज्ञान पद्धतियों के बारे में जानकारी जुटाई। छात्रों में सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पहुंचकर ग्रामीणों को अपनी परियोजना से जोड़ने का प्रयास किया। बाल वैज्ञानिक समूह के प्रमुख सतीश राणा व मनजीत नेगी, रजत भाटिया, बृजेश ने प्राकृतिक संसाधन टिमरू, अखरोट के पत्ते, फूलों के छिलके, डंकन के पत्ते, गोबर व गोमूत्र से किस प्रकार मच्छर नाशक, कीट नाशक तैयार किए जाते हैं, इसका बारीकी से अध्ययन कर अपनी परियोजना तैयार की। साथ ही जल की किस प्रकार सफाई की जा सकती है इसे भी परियोजना में शामिल किया। यह भी जानकारी जुटाई है कि किस तरह रीठा, शिकाकाई, भीमल छाल, राख व नींबू से बर्तनों की सफाई के लिए साबुन का निर्माण किया जाता है जो सस्ता व सुलभ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.