पांचवीं के बच्चों को नहीं पता जिले का नाम
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : विकास भवन से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय डांग
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : विकास भवन से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय डांग में शिक्षा की ऐसी बद्तर स्थिति की तो कल्पना भी नहीं की गई थी। मुख्य विकास अधिकारी ने बच्चों ने जब उनके जिले का नाम पूछा तो उन्होंने प्रदेश का नाम बताया, 5वीं के छात्रों को सात से आगे का पहाड़ा नहीं आता था। यही हाल डांग में स्थित जूनियर हाईस्कूल के है यहां आठवीं के बच्चों को अपने ही गृह जनपद में बहने वाली भागीरथी नदी का नाम भी पता नहीं है। इन्हीं के बीच छठी कक्षा में एक बच्चा ऐसा भी था जिसे न तो ¨हदी की वर्णमाला आती थी न अंग्रेजी की। जब बच्चों को अपने गृह जनपद की ही सही जानकारी नहीं है तो उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है।
शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी उदय ¨सह राणा ने डांग गांव में पहुंचकर प्राथमिक विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र व सीआरसी सेंटर का निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी केंद्र व सीआरसी सेंटर पर तो ताले लटके मिले। प्राथमिक विद्यालय में सभी बच्चे व शिक्षक उपस्थित मिले। सीडीओ उदय ¨सह राणा ने शैक्षिक गुणवत्ता जांचने को 5वीं कक्षा के बच्चों को जिले का नाम पूछा तो कोई भी बच्चा सही जवाब नहीं दे पाया। कुछ बच्चों ने तो अपने जिले का नाम उत्तराखंड बताया। साथ ही बच्चों को सात से आगे के पहाड़े भी नहीं आए। प्राथमिक विद्यालय की स्थिति देखने के बाद मुख्य विकास अधिकारी जूनियर हाईस्कूल डांग पहुंचे। यहां उन्होंने आठवीं के बच्चों को पूछा कि उत्तरकाशी में कौन सी प्रमुख नदी बह रही है, लेकिन बच्चे भागीरथी नदी का नाम नहीं बता पाए। साथ ही यूपी की राजधानी व अन्य प्रदेशों की राजधानी का नाम भी उन्हें पता नहीं था। कक्षा छह में तो एक बच्चा ऐसा भी था जिससे न तो ¨हदी की वर्णमाला का पता था और न अंग्रेजी की वर्णमाला का। मुख्य विकास अधिकारी उदय ¨सह राणा ने शिक्षा की बदहाल व्यवस्था पर नाराजगी जताई तथा शिक्षकों को कड़ी हिदायत दी कि जल्द से जल्द शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार लाएं।