90 घंटे बाद खुला गंगोत्री हाईवे
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : रात-दिन कड़ी मशक्कत करने के बाद बीआरओ ने 90 घंटे बाद गंगोत्री हाईवे को य
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : रात-दिन कड़ी मशक्कत करने के बाद बीआरओ ने 90 घंटे बाद गंगोत्री हाईवे को यातायात के लिए सुचारू किया। हाईवे खुलने के कारण सबसे बड़ी राहत कांवड़ियों को मिली। 80 वाहनों के साथ 400 डाक कांवड़िये हाईवे बंद रहने के दौरान गंगनानी में फंसे रहे।
गंगोत्री हाईवे 18 जुलाई शाम छह बजे के करीब भटवाड़ी व गंगनानी के बीच हेल्कु गाड के पास बाधित हो गया था। हेल्कु गाड के पास हाईवे पर पहाड़ी का बड़ा हिस्सा आ गया था। हाईवे को पैदल पार करने के लिए भी स्थान नहीं मिल रहा था। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व बीआरओ के जवानों ने कांवड़ियों को रेस्क्यू कर पार कराया, लेकिन सड़क न खुलने के कारण डाक कांवड़िये गंगनानी के पास ही फंसे रहे। सोमवार शाम से लेकर गुरुवार सुबह 11 बजे तक बीआरओ की टीम हाईवे से चट्टान हटाने में जुटी रही। हाईवे पर आए बड़े-बड़े बोल्डरों को ब्लास्ट करके तोड़ा गया। तब जाकर बीआरओ की टीम ने गुरुवार सुबह 11 बजे हाईवे को यातायात के लिए सुचारू किया। सबसे अधिक राहत गंगोत्री से गंगा जल लेने के लिए जा रहे तथा गंगा जल लेकर लौट रहे डाक कांवड़ियों को मिली। हाईवे के खुलने के बाद गंगनानी में फंसे 80 से अधिक डाक कांवड़ियों के वाहन निकल पाए। बीआरओ के मेजर एसएस राय ने कहा कि हेल्कु गाड के पास गंगोत्री हाईवे बेहद ही बड़ी चट्टान आ गई थी। इस चट्टान को हटाने में बीआरओ की टीम को गुरुवार सुबह तक का समय लगा।