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ऑथेलो नाटक का गढ़वाली में मंचन

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : प्रसिद्ध नाटककार विलियम शेक्सपीयर के अंग्रेजी में लिखित नाटक 'ऑथेलो' का गढ

By Edited By: Published: Tue, 28 Jun 2016 05:30 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2016 05:30 PM (IST)
ऑथेलो नाटक का गढ़वाली में मंचन

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : प्रसिद्ध नाटककार विलियम शेक्सपीयर के अंग्रेजी में लिखित नाटक 'ऑथेलो' का गढ़वाली में रूपांतरण कर 'औंस्यालु' नाटक का प्ले पहली बार दर्शकों के सामने आया है। नाटक का पहला प्ले रविवार रात्रि को वरुणावत के शीर्ष पर स्थित संग्राली गांव में और दूसरा प्ले सोमवार रात्रि को आइटीबीपी कैंपस मातली में दिखाया। 'औंस्यालु' नाटक का ऑथेलो से गढ़वाली में रूपांतरण लेखक दिनेश बिजल्वाण ने किया। इसका निर्देशन प्रसिद्ध रंगकर्मी व एनएसडी के पूर्व अध्यक्ष श्रीश डोभाल ने किया तथा नाटक में गाने प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र ¨सह नेगी ने लिखे हैं। औंस्यालु नाटक का मंचन संवेदना समूह के कलाकार कर रहे हैं। नाटक शक की बुनियाद पर आधारित है तथा नाटक का अंत दुखांत है।

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ऑथेले के गढ़वाली रूपांतरित नाटक औंस्यालु में औंस्यालु बुलेट के राजा का वीर भड़ सेनापति है, जो अपनी वीरता के लिए विख्यात है। औंस्यालु की वीरता को देखकर बुलेट के कलदार शाह की बेटी दर्शना औंस्यालु से प्यार कर बैठती है। औंस्यालु के साथ भाग कर ब्याह रचा लेती है। दर्शना गोरी एवं सुंदर कन्या है। अपनी बेटी के इस कृत्य से दुखी होकर कलदार शाह औंस्यालु को आगाह करता है कि तो औरत अपने बाप की नहीं हुई वह किसी की भी नहीं हो सकती है। इस दौरान सल पर हुण आक्रमण कर देते हैं तथा बुलेट राजा का यह सेनापति औंस्यालु हुणों के साथ युद्ध कर सल पर विजय करता है। जिससे खुश होकर राजा औंस्यालु को सल का गवर्नर नियुक्त करता है। औंस्यालु को गवर्नर बनते देख राजा के मंत्री इनामू खुश नहीं है, जो औंस्यालु के खिलाफ षडयंत्र रचना शुरू कर देता है। औंस्यालु का छोटा भाई सेनापति केशरू एक सुंदर रूपवान युवा है, जबकि औंस्यालु काला व कुरूप है। इनामू इसी का फायदा उठाकर औंस्यालु और उसकी पत्नी दर्शना के बीच शक उत्पन्न करने के लिए माहौल तैयार करता है तथा औंस्यालु के सामने इनामू के द्वारा शक करने की परिस्थितियां बनने के साथ ही औंस्यालु से उसके भाई केशरू को भी अलग कर देता है। औँस्यालु इनामू के षडयंत्र का शिकार हो जाता है तथा अपनी पत्नी दर्शना को मौत के घाट उतार देता है।

नाटक में औंस्यालु राजेश जोशी, दर्शना अंजू पंवार व सोनाली बिष्ट, राजा अजय नौटियाल, इनामू संजय पंवार, केशरू डॉ. अजीत पंवार, ¨बद्रा गंगा डोगरा, रुद्रो मनवीर रावत, कलदार शाह गो¨वद बिष्ट, अमली रेनु खान, अल्का आराधना कुड़याल, ग्रामीण अंजुमन खान, उत्तम ¨सह, हरदेव ¨सह अनिल, धनपाल, गुरुदेव आदि अभिनय कर रहे हैं।


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