उत्तरकाशी को ड्राई एरिया घोषित करें: नौटियाल
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : काशी विश्वनाथ नगरी के रूप में प्रसिद्ध एवं गंगा के तट पर स्थित उत्तरकाश
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : काशी विश्वनाथ नगरी के रूप में प्रसिद्ध एवं गंगा के तट पर स्थित उत्तरकाशी का विशेष धार्मिक महत्व है। इसी धार्मिक महत्व को देखते हुए लोगों ने उत्तरकाशी को धार्मिक नगरी घोषित करने की मांग तेज कर दी है। धार्मिक नगरी घोषित करवाने को लेकर चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सूरत राम नौटियाल के नेतृत्व में बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि चार जून को व्यापारी, संत तथा स्थानीय लोग विशाल जुलूस निकालेंगे।
लोनिवि के निरीक्षण भवन में चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सूरतराम नौटियाल ने कहा कि गंगा के तट पर बसे उत्तरकाशी को धार्मिक नगरी घोषित किया जाना चाहिए। साथ ही नगर में खुले शराब, मांस व अंडों की दुकान भी बंद होनी चाहिए। नगर व तथा गंगा नदी के किनारे खोली गई मांस-मदिरा की दुकानें चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की धार्मिक आस्था को आहत कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह उप्र के वाराणसी, अयोध्या, वृंदावन तथा उत्तराखंड के हरिद्वार एवं ऋषिकेश धार्मिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध हैं। उसी तरह उत्तरकाशी को भी धार्मिक नगरी घोषित किया जाए।
कैलाशपीठाधीश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि उत्तरकाशी में गंगोत्री व यमुनोत्री धाम हैं। मगर यहां जगह-जगह पसरे कूड़े के ढेर, शराब व मांस मदिरा की दुकानों से छवि खराब हो रही है। उन्होंने जिले को ड्राई एरिया घोषित करने की मांग उठाई। इस मौके पर हरी प्रसाद भट्ट, राम गोपाल पैन्यूली, दयाराम शास्त्री, मुरारी लाल भट्ट, सुरेन्द्र पंवार, बिहारी लाल नौटियाल आदि मौजूद थे।