40 किमी. घटेगी गंगोत्री और यमुनोत्री की दूरी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : नाकुरी ¨सगोट फलाचा नंदगांवा गंगनाणी मोटर मार्ग को शासन से स्वीकृति मिलन
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : नाकुरी ¨सगोट फलाचा नंदगांवा गंगनाणी मोटर मार्ग को शासन से स्वीकृति मिलने के बाद सड़क के सर्वे का कार्य शुरू हो गया है। इस सड़क के बनने से गंगोत्री यमुनोत्री के बीच की करीब दूरी 40 किलोमीटर कम हो जाएगी। मंगलवार को सर्वे करने गई टीम का ग्रामीणों ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया।
यमुनोत्री यात्री गंगनाणी फलाचा ¨सगोट होकर नाकुरी उत्तरकाशी पहुंचते हैं। इस पैदल मार्ग पर ¨सगोट गांव के निकट अभी भी कालीकमली धर्मशाला मौजूद है। जो पौराणिक यात्रा पैदल मार्ग का प्रमाण बताती है। गंगोत्री यमुनोत्री धाम के सड़क से जुड़ने के बाद यह पैदल मार्ग वीरान हो गया। केवल इस मार्ग पर स्थानीय लोग तथा भेड़-बकरी पालक ही चलते हैं। पर अब पैदल मार्ग की जगह सड़क को प्रशासकीय वित्तीय मिलने के बाद लोनिवि ने सड़क का सर्वेक्षण व समरेखण की तैयारी कर दी है। मंगलवार को सर्वेक्षण व समरेखण करने के लिए ¨सगोट में टीम पहुंची। उनके वहां पहुंचने पर ग्रामीणों ने टीम के सदस्यों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। यह मार्ग बनने से गंगा घाटी व यमुना घाटी के बीच की दूरियां भी घटेंगी। वर्तमान में गंगनाणी से नाकुरी तक सड़क मार्ग से पहुंचने के लिए 78 किमी दूरी तय करनी पड़ती है। इस सड़क के बनने से यह दूरी महज 39 किलोमीटर में सिमट जाएगी। सर्वेक्षण व समरेखण टीम का स्वागत करने वालों में भाजपा मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र बिष्ट, गजेन्द्र बिष्ट, धीरज लाल शाह, राजवीर ¨सह नेगी, सतेंद्र सचेन्द्र ¨सह, संतोष ¨सह रावत ¨रकी देवी आदि मौजूद थे।