राह में अटकी गैस की गाड़ी
द्वारिका सेमवाल, उत्तरकाशी : हर दिन सुबह चार बजे उठकर कतार में लग जाना और नौ बजे मायूस लौट आना। आजकल
द्वारिका सेमवाल, उत्तरकाशी : हर दिन सुबह चार बजे उठकर कतार में लग जाना और नौ बजे मायूस लौट आना। आजकल यही दिनचर्या है जोशियाड़ा क्षेत्र में रहने वालों की। इसके पीछे कारण कुछ और नहीं बल्कि रसोई गैस का संकट है। पांच दिन से महिलाएं घर का सारा कामकाज छोड़कर सिलेंडर लेकर अलसुबह कतारों में लग जाती हैं और घंटों इंतजार के बाद गाड़ी न आने से कुढ़ती खीजती लौट जाती हैं।
जोशियाड़ा निवासी सुनीता नौटियाल पिछले पांच दिन से बेहद परेशान है। सुनीता नौटियाल की परेशानी की वजह यह है कि वह हर रोज रसोई गैस भरने के लिए सुबह चार बजे घर से सिलेंडर लेकर लाइन पर लग रही हैं पर रसोई गैस बांटने वाली गाड़ी नहीं रहा है। इस तरह की परेशानी झेलने वालों सुनीता अकेली महिला नहीं है। जोशियाड़ा क्षेत्र के पांच सौ से अधिक उपभोक्ता इससे परेशान है। जोशियाड़ा में गैस एजेंसी प्रत्येक माह 24 तारीख को उपभोक्ताओं को गैस वितरित करती है। उपभोक्ता 24 तारीख से रोजाना लाइन लगाकर गैस वितरित करने वाले वाहन का इंतजार कर रहे हैं। बुधवार को भी सुबह चार बजे महिलाओं सहित बड़ी संख्या में उपभोक्ता गैस के लिए लाइन में लगे रहे लेकिन, जब गैस नहीं पहुंची तो खाली सिलेंडर लेकर ही घर लौट गए। इस संदर्भ में बात करने पर जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बताया कि सड़कों की स्थिति खराब होने के कारण रसोई गैस सिलेंडर आपूर्ति करने वाली गाड़ियां कई जगहों पर फंसी हैं। सड़क की स्थिति सही होते ही गैस की किल्लत भी दूर हो जाएगी।
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एक रसोई गैस सिलेंडर पहले खाली हो गया था। दूसरा भी खाली होने वाला है। पिछले पांच दिन से रसोई गैस भरवाने के लिए परेशान हो रहे हैं। रोज सुबह लाइन लगाते हैं पर फिर निराश लौटना पड़ता है।
कांता देवी, निवासी जोशियाड़ा
24 तारीख से हर रोज गैस के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है लेकिन गैस आपूर्ति करने वाली गाड़ी ही नहीं आ रही है। इसका असर पूरे दिन की दिनचर्या पर पड़ रहा है।
लक्ष्मी देवी, जोशियाड़ा निवासी
रसोई गैस सिलेंडर खत्म हो गया है। पांच दिन से रोज घर का सारा कामकाज छोड़कर कतार में लग रहे हैं, लेकिन गैस नहीं मिल रही।
मंजू देवी, निवासी जोशियाड़ा
सुबह-सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को तैयार करना, उनका नाश्ता बनाना आदि बड़ी व्यस्तता रहती है। लेकिन रसोई गैस सिलेंडर के लिए सुबह से ही लाइन में लगने से सब अस्तव्यस्त हो गया है। उसके बाद भी गैस नहीं मिल पा रही और यह भी पता नहीं कि कब मिलेगी।
पंचमा नेगी, निवासी जोशियाड़ा।