भोले के द्वार पर सजा दरबार
जागरण टीम, गढ़वाल: सावन के दूसरे सोमवार को गढ़वाल में श्रद्धालुओं ने शिवालयों में दूध और जल चढ़ाकर भ
जागरण टीम, गढ़वाल: सावन के दूसरे सोमवार को गढ़वाल में श्रद्धालुओं ने शिवालयों में दूध और जल चढ़ाकर भोले को भोग लगाकर सुख-समृद्धि की कामना की। श्रद्धालुओं ने गंगा और मंदाकिनी नदी में स्नान कर पुण्य कमाया। इस मौके पर श्रीनगर में भंडारा और उत्तरकाशी में मंदिरों धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उत्तरकाशी में सोमवार को श्रद्धालुओं ने केदार घाट, मणिकर्णिका घाट, जड़भरत घाट, लक्षेश्वर घाट तथा गंगोरी घाट में स्नान किया। उसके बाद काशीविश्वनाथ मंदिर, सिद्धेश्वर माहदेव, महाकालेश्वर मंदिर सहित शिवालयों में जलाभिषेक किया। वहीं दूसरी ओर डांग गांव स्थित ओम विश्व शांति आश्रम में चल रहे एक धार्मिक आयोजन में कथा वाचक दुर्गेश महाराज ने कहा कि श्रवण माह में शिव पुराण के साथ सोमवार के व्रत की काफी महिमा है।
गोपेश्वर में प्रसिद्ध गोपीनाथ मंदिर में प्रात: पांच बजे से श्रद्धालुओं की लाइन लगनी शुरू हो गई थी। श्रद्धालुओं ने देर सांय तक इस मंदिर में जलाभिषेक व पूजा अर्चना की। सगर गांव के सकलेश्वर मंदिर, बटलेश्वर महादेव मंदिर समेत मुख्यालय के आसपास व ग्रामीण क्षेत्र के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। जोशीमठ के विभिन्न शिव मंदिरों में भी श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की।
श्रीनगर के प्राचीन कटकेश्वर महादेव (घसिया महादेव) शिवालय में सावन मास के दूसरे सोमवार को ग्रामसभा रेवड़ी की ओर से श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कटकेश्वर महादेव शिवालय के जीर्णोद्धार को लेकर भी एक बैठक हुई। इसमें ग्राम प्रधान रेवड़ी विक्रम सिंह धनाई को मंदिर पुनर्निर्माण को लेकर अधिकृत किया गया।
श्रीनगर के प्राचीन घसिया महादेव शिवालय के पुनर्निर्माण को लेकर कुलानंद जुगरान की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न निर्णय लिए गए। मंदिर समिति के अध्यक्ष अतर सिंह असवाल, सचिव धीरेंद्र पुरी, कोषाध्यक्ष कुंवर सिंह धनाई, उपाध्यक्ष जगदीश पुरी, शैलेंद्र बहुगुणा, जयबल्लभ चमोली, पूनम गिरी, रश्मि पुरी, लक्ष्मी देवी, बलवंत असवाल, रेवड़ी से क्षेत्र पंचायत सदस्य उर्मिला देवी, चंडी प्रसाद जुगरान आदि ने विचार व्यक्त किए। महेश गिरी, धीरेंद्र पुरी ने बैठक का संयुक्त रूप से संचालन किया।