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ट्रैकिंग के लिए खुला गोमुख ट्रैक

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री नेशनल पार्क के ने ट्रैकिंग दलों के लिए गोमुख ट्रैक खोल दिया है

By Edited By: Published: Thu, 16 Apr 2015 05:05 PM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2015 05:05 PM (IST)
ट्रैकिंग के लिए खुला गोमुख ट्रैक

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री नेशनल पार्क के ने ट्रैकिंग दलों के लिए गोमुख ट्रैक खोल दिया है। वहां जाने वाले पर्यटकों के लिए पार्क प्रशासन शुक्रवार से परमिट जारी करेगा। गंगोत्री से आगे हो रही बर्फबारी और मौसम को देखते हुए अभी सामान्य यात्रियों के लिए यह ट्रैक बंद रहेगा। पार्क की टीम बीते दिनों भोजवासा से रेकी कर लौटी है।

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भोजवासा तक अपने कर्मचारियों से रेकी करवाने के साथ ही पार्क प्रशासन ने ट्रैक को दुरुस्त करवाना शुरू करा दिया है। गंगोत्री से आगे विकट हालात को देखते हुए पार्क प्रशासन ने फिलहाल उच्च हिमालयी ट्रैक में विशेषज्ञता वाले दलों को ही परमिट जारी करने का निर्णय लिया है। शर्त है, कि 18 किमी के इस ट्रैक पर जाने वाले दलों के पास सुरक्षा का पूरा साजो सामान व खान पीने की वस्तुएं उपलब्ध हों। पार्क प्रशासन कोटबंगला व गंगोत्री स्थिति अपने कार्यालयों से ऐसे दलों को परमिट जारी करेगा। गंगोत्री से रवानगी पर पार्क क्षेत्र में प्रवेश से पूर्व कनखू बैरियर पर इन दलों की चेकिंग भी की जाएगी। अभी परमिट के लिए दो विदेशी दलों न आवेदन किया है। ये दोनों दल 17 अप्रैल को ट्रैक पर रवाना होंगे। ट्रैक की रेकी करने वाले पार्क प्रशासन के कर्मचारियों की रिपोर्ट के मुताबिक कनखु बैरियर से दो किमी आगे हमक्या गाड में भारी ग्लेशियर पसरे हैं। उसके बाद देवढांग व कच्ची ढांग में भी ट्रैक ग्लेशियरों के नीचे दबा हुआ है। ऐसे में ट्रैकिंग दलों को इन्हीं ग्लेशियरों के ऊपर से गुजरना होगा। सुरक्षा को देखते हुए पार्क प्रशासन की टीम ने इन ग्लेशियरों के ऊपर से आवाजाही लायक रास्ता तैयार किया है।

रोमांच से भी जुड़ा है, गोमुख ट्रैक

समुद्र तल से 3100 मीटर से 4000 मीटर तक गंगोत्री गोमुख ट्रैक आस्था के साथ ही रोमांच से भी जुड़ा है। हर साल बड़ी तादाद में यात्री गंगा भागीरथी के उद्गम गोमुख के दर्शन को पहुंचते हैं। वहीं जिले में हिमालय की शिवलिंग, सतोपंथ, मेरू व भागीरथी जैसे हिमशिखरों पर आरोहण के लिए भी गंगोत्री गोमुख ट्रैक को सबसे पहले पार करना होता है। वहीं गंगोत्री हिमालय क्षेत्र के कालिंदी पास, उडनकोल, गंगोत्री-केदारनाथ आदि ट्रैक रूट के लिए भी शुरूआत इसी ट्रैक से होती है। लिहाजा गर्मियों के हर सीजन में गंगोत्री गोमुख ट्रैक पर पर्यटकों व पर्वतारोही दलों की लगातार आवाजाही रहती है।

'गंगोत्री गोमुख ट्रैक पर सामान्य यात्रियों की आवाजाही लायक हालात अभी नहीं बने हैं, ट्रैकिंग दलों में भी ऐसे दलों को ही परमिट जारी किए जाएंगे जिनके पास सुरक्षा के पूरे इंतजाम होंगे।

प्रताप पंवार, रेंज अधिकारी, गंगोत्री नेशनल पार्क।


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