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यमुना स्वच्छ न गंगा को नमन

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा रूट पर कहीं भी सफाई के इंतजाम नजर नहीं आ रहे

By Edited By: Published: Sun, 12 Apr 2015 05:47 PM (IST)Updated: Sun, 12 Apr 2015 05:47 PM (IST)
यमुना स्वच्छ न गंगा को नमन

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा रूट पर कहीं भी सफाई के इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं। सभी पड़ावों पर शौचालय और कूड़ेदान की ठोस व्यवस्था नहीं है। इससे आने वाले यात्रा सीजन में गंदगी सीधे गंगा और यमुना में प्रवाहित होगी है। ऐसे में यात्रा सीजन में यात्रियों को गंगा का आचमन भी सोच समझकर करना पड़ेगा।

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केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत ओर नमामि गंगे के नाम से योजनाएं चलाई हैं, लेकिन इन दोनो योजनाओं को गंगा-यमुना के मायके में ही झटका लगा है। सरकार की ओर से गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में यात्रा की तैयारियों के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन धरातल पर अभी इंतजाम पूरी तरह से नहीं उतारे जा सके हैं। खास तौर पर सफाई व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार महकमों की सुस्ती अभी दूर नहीं हुई है। यमुनोत्री धाम व यात्रा रूट पर सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी जिला पंचायत की है। जबकि गंगोत्री धाम में नगर पंचायत गंगोत्री व विभिन्न यात्रा पड़ावों पर जिला पंचायत के जिम्मे ही सफाई व्यवस्था है। 21 अप्रैल को दोनों धाम के कपाट खुलने हैं, लेकिन अभी यात्रा पड़ावों पर ना तो कूड़ेदान लगे और ना ही कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था बनाई गई है। दूसरी ओर दोनों धामों के किसी भी पड़ाव पर अभी शौचालयों की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो सकी है। इसकी जिम्मेदार सुलभ इंटरनेशनल को सौंपी गई है। अभी तक उत्तरकाशी, बड़कोट, चिन्यालीसौड़, भटवाड़ी व जानकीचट्टी जैसे यात्रा पड़ावों पर शुलभ शौचालय दुरुस्त नहीं हो सके हैं। हालांकि हर बार यात्रा सीजन के शुरुआती दिनों में सफाई व्यवस्था चाक चौबंद नजर आती है, लेकिन कुछ ही दिनों में यह व्यवस्था चरमरा जाती है। इसके चलते धामों समेत यात्रा पड़ावों पर जमा होने वाली गंदगी सीधे भागीरथी व यमुना नदी की ओर प्रवाहित कर दी जाती है। इससे दोनों नदियां अपने साथ बड़े पैमाने पर गंदगी बहा ले जाती हैं।

गंगोत्री धाम में सीवरेज ट्रीटमेंट नहीं

गंगोत्री धाम में अब भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार नहीं हो सका है। तकनीकी वजह से बीते साल इसका स्थान परिवर्तन करना पड़ा था। इसके चलते सीवर लाइन का कार्य लगभग पूरा होने के बावजूद ट्रीटमेंट प्लांट तैयार नहीं हुआ। इस स्थिति के कारण यात्रा सीजन में बड़ी आबादी का बोझ उठाने वाले गंगोत्री धाम में इस बार भी सीवरेज भागीरथी की ओर ही प्रवाहित होगा।

'यात्रा रूट पर सफाई व्यवस्था को लेकर जिला पंचायत व संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं, कपाट खुलने से पहले सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएंगी और उसके बाद निरंतर उनकी देखरेख की जाएगी।

इंदूधर बौड़ाई, जिलाधिकारी उत्तरकाशी


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