वरुणावत की जड़ खोदने की तैयारी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : अवैध निर्माण की चपेट में आई वरुणावत पर्वत की तलहटी खोदने के लिए नगर पाल
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : अवैध निर्माण की चपेट में आई वरुणावत पर्वत की तलहटी खोदने के लिए नगर पालिका तैयारी में है। नगर पालिका ने इस संवेदनशील इलाके में सड़क बनाने की योजना तैयार कर ली है। इससे बफर जोन में अतिक्रमण और तेज होने के आसार हैं।
वर्ष 2003 में वरुणावत पहाड़ी से हुए भूस्खलन ने बड़े पैमाने पर नगर क्षेत्र में नुकसान पहुंचाया था। इसमें इसकी तलहटी में बनी सरकारी व गैर सरकारी संपत्तियां चपेट में आई थी। प्रशासन ने उस समय पांच करोड़ की संपत्ति के नुकसान का आकलन किया था। उसके बाद वरुणावत पर्वत का ट्रीटमेंट शुरू होने के साथ गोफियारा से तांबाखानी तक बफर जोन घोषित कर दिया। इसमे किसी भी तरह का नया निर्माण प्रतिबंधित है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की भूवैज्ञानिक रिपोर्ट में भी वरुणावत पर्वत की तलहटी को अत्यधिक संवेदनशील बताने के साथ ही इस इलाके में भारी निर्माण रोकने के सुझाव दिए गए थे, लेकिन वर्ष 2007 में वरुणावत पर्वत के शीर्ष पर ट्रीटमेंट का का पूरा होने के साथ ही इसकी तलहटी पर फिर से अवैध निर्माण का सिलसिला शुरू हो गया। इसमें जिला प्रशासन भी पीछे नहीं रहा। वर्ष 2006 से 2014 तक जिला प्रशासन की ओर से ही इस इलाके में जमीन के 24 पट्टे आवंटित कर दिए गए। इनमें धड़ल्ले से भारी भरकम निर्माण किए गए। ना तो विनियमित क्षेत्र प्राधिकरण और ना ही नगर पालिका को नक्शे पास करने में कोई आपत्ति हुई। अब नगर पालिका परिषद ने इंदिरा कॉलोनी, मस्जिद मोहल्ला होते हुए गोफियारा से आगे तक सड़क निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके लिए बस्ती के ऊपर वाले हिस्से में पहाड़ी को खोदा जाएगा। इस स्थिति के कारण एक बार फिर वरुणावत पर्वत फिर से नगर क्षेत्र के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है। इस बारे नगरपालिका अध्यक्ष जयेंद्री राणा का कहना है कि नगर पालिका परिषद ने सभी सुरक्षा उपायों और लोगों की जरूरत को देखते हुए ही सड़क निर्माण का निर्णय लिया, लेकिन अवैध निर्माण और अतिक्रमण को रोकने का हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है।