नकदी फसलें चौपट, सड़क पर किसान
संवाद सूत्र, पुरोला : भारी बारिश से रवांई घाटी में मटर, गेहूं, आलू जैसी नकदी फसलें चौपट होने से आहत
संवाद सूत्र, पुरोला : भारी बारिश से रवांई घाटी में मटर, गेहूं, आलू जैसी नकदी फसलें चौपट होने से आहत रामा व कमल सिंराई क्षेत्र के किसान बुधवार को सड़क पर उतर आए। किसानों ने नष्ट हुई फसलों का सर्वे करवाने और मुआवजा देने की मांग को लेकर जुलूस प्रदर्शन किया।
बुधवार को मुख्य बाजार पुरोला में रामा व कमल सिरांई क्षेत्र के सैकड़ों किसान एकत्र हुए। यहां से ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस निकाल कर तहसील चौक तक पहुंचे। काश्तकारों ने एसडीएम राजकुमार पांडे के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेज फरवरी-मार्च माह में मूसलाधार बारिश से फसलों के नुकसान का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि क्षेत्र में 80 प्रतिशत किसानों की आजीविका का मुख्य साधन मटर, आलू आदि नगदी फसलें हैं। फरवरी व मार्च में हुई बेमौसमी बारिश से किसानों की नगदी गेहूं की फसलों को हुए भारी नुकसान के चलते काश्तकारों के सामने बीज व खाद को लिया गया बैंक ऋण चुकाने सहित वर्ष भर रोजी रोटी चलाने का संकट पैदा हो गया है। इसके बाद किसानों ने पुरोला में कमल नदी के तट पर बैठ कर मांगें पूरी न होने पर 10 अप्रैल से आंदोलन की चेतावनी दी। प्रदर्शन करने वालों में द्वारिका प्रसाद बिजल्वाण, लोकेंद्र रतूड़ी, संयोजक प्रकाश लाल, रामप्यारी देवी, हरीश आर्य, ऐना देवी, शारदा देवी, बसंती, मंजरी, हकुमत सिंह, दर्शनी देवी, ठाकुर सिंह सहित भारी संख्या में किसान शामिल थे।