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स्नान घाट तैयार नहीं

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : मकर संक्रांति स्नान पर्व को एक माह से कम का समय शेष हैं, लेकिन उत्तरकाश

By Edited By: Published: Sat, 20 Dec 2014 04:52 PM (IST)Updated: Sun, 21 Dec 2014 04:36 AM (IST)
स्नान घाट तैयार नहीं

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : मकर संक्रांति स्नान पर्व को एक माह से कम का समय शेष हैं, लेकिन उत्तरकाशी में गंगा भागीरथी के स्नान घाट अभी तक तैयार नहीं हो सके हैं। ऐसे में श्रृद्धालुओं को स्नान के लिए जान को जोखिम में डालना पड़ सकता है।

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काशी विश्वनाथ की नगरी उत्तरकाशी में मकर संक्रांति पर्व पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है, लेकिन 2012 में आई आपदा से घाट बह गए थे। अभी तक किसी भी घाट की मरम्मत नहीं हो पाई है। हर साल 14 जनवरी को इस पर्व पर गंगा भागीरथी में स्नान के लिए बड़ी तादाद में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसी दिन ग्रामीण इलाकों से स्थानीय देवी देवताओं की देवडोलिया व अन्य धार्मिक प्रतीकों को भी स्नान कराया जाता है। लिहाजा सुबह चार बजे से ही भागीरथी के तटों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हो जाती है, लेकिन बीते दो वर्षो से भागीरथी के स्नान घाटों पर लोग खतरा उठाकर ही स्नान करने को मजबूर हैं। प्रमुख घाटों पर बाढ़ सुरक्षा कार्य के चलते नदी का प्रवाह भी दूसरी ओर कर दिया गया है। ऐसे में लोगों को नदी में मलबे व बोल्डरों के बीच उतर कर ही स्नान करना होगा। घाटों के रख रखाव व निर्माण के लिए जिम्मेदार नगर पालिका परिषद ने इन दो वर्षो में इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। स्थानीय प्रशासन भी बाढ़ सुरक्षा कार्यो के साथ घाटों के निर्माण को लेकर लापरवाह बना रहा। ऐसे में गंगा भागीरथी के तट पर सभी स्नान घाट खतरे के घाट बनकर रह गए हैं। घाटों पर विद्युत के साथ ही अन्य किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नजर नहीं आती। हालत यह है कि पिछले वर्ष मकर संक्रांति पर्व पर मणिकर्णिका घाट पर श्रद्धालुओं को भागीरथी की तेज धार के बीच खतरा उठाकर स्नान करना पड़ा था।

ये है घाटों की स्थिति

गंगा विहार घाट- बाढ़ में पूरी तरह बह चुका है अब रेत और पत्थरों का ढेर ही शेष है

गंगा घाट- तिलोथ पुल के समीप यह घाट भी बाढ़ में बह चुका है लोग स्नान के लिए नहीं पहुंचते

जड़भरत घाट- घाट की सीढि़यों के साथ ही पूजा घर व प्रसाधन कक्ष पूरी तरह ध्वस्त

मणिकर्णिका घाट- घाट की सीढि़यां पूरी तरह ध्वस्त, ऊपर के हिस्से में दरारें उभरी

नगर क्षेत्र में अन्य परिसंपत्तियों के साथ ही घाटों के निर्माण के लिए बजट का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, इसमें कुछ विलंब हो रहा है लेकिन जल्द ही घाटों के निर्माण की तैयारी की जा रही है।

जयेंद्री राणा, नगर पालिका अध्यक्ष, उत्तरकाशी


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