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शीतकाल यात्रा में सेहत भगवान भरोसे

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : शीतकालीन यात्रा के दौरान मुखबा पहुंचने वाले यात्रियों को अपनी सेहत का खुद

By Edited By: Published: Tue, 28 Oct 2014 05:17 PM (IST)Updated: Tue, 28 Oct 2014 05:17 PM (IST)
शीतकाल यात्रा में सेहत भगवान भरोसे

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : शीतकालीन यात्रा के दौरान मुखबा पहुंचने वाले यात्रियों को अपनी सेहत का खुद ही ध्यान रखना होगा। मुखबा तक यात्रा रूट पर स्थित स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सकों समेत जरूरी संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में कड़कती ठंड में मां गंगा के दर्शन के दौरान यात्री को स्वास्थ्य बिगड़ने पर वापिस उत्तरकाशी के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।

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मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा में ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध नहीं है। उत्तरकाशी से मुखबा के बीच 70 किमी की दूरी में भले ही एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समेत तीन स्वास्थ्य केंद्र हैं, लेकिन यहां डॉक्टरों की तैनाती ना होने से ये स्वास्थ्य केंद्र फिलहाल स्थानीय लोगों के लिए भी सफेद हाथी बना है। उत्तरकाशी से तीस किमी दूर भटवाड़ी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। यहां फिलहाल एक डॉक्टर ही तैनात है। ऐसे में इन डॉक्टर के अवकाश पर चले जाने से स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की जांच भी नहीं हो पाती। यही हाल हर्षिल स्थित एलोपैथिक चिकित्सालय का भी है। यहां फिलहाल फार्मेसिस्ट के भरोसे ही स्वास्थ्य केंद्र चल रहा है। ऐसे में इन फार्मेसिस्ट के अवकाश पर चले जाने पर स्वास्थ्य केंद्र में ताला लटक जाता है। गंगा के शीतकालीन पड़ाव मुखबा में स्वास्थ्य संबंधी मुश्किल होने पर सबसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पांच किमी की पैदल दूरी पर स्थित हर्षिल ही है। यहां भी सिर्फ फार्मेसिस्ट ही तैनात है लिहाजा यहां सिर्फ यात्रियों को प्राथमिक उपचार ही उपलब्ध हो सकता है। ऐसे में सही उपचार के लिए 70 किमी दूर उत्तरकाशी जिला अस्पताल तक का चक्कर काटना पड़ सकता है।

दिल के मरीजों को नहीं मिलेगा उपचार

उत्तरकाशी : शीतकालीन यात्रा में मुखबा में मां गंगा के दर्शन करने की योजना बना रहे है, लेकिन दिल साथ नहीं दे रहा तो यह सफर आपके लिए मुश्किल साबित हो सकता है। हांड़ कंपाती ठंड में दिल की बीमारी के इलाज करने के लिए जिले में एक भी चिकित्सक नहीं है। जिला अस्पताल में भी कॉर्डियोलॉजिस्ट का पद लंबे समय से खाली है, इसके अलावा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भी हृदय रोग से संबंधित कोई अन्य चिकित्सक नहीं है।

'हर्षिल में स्वास्थ्य कर्मी हर वक्त तैनात रहे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग विशेष तैयारी कर रहा है, इसके अलावा सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर यात्रियों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं हर वक्त मुहैया करवाने के लिए विभाग पूरी तैयारी किए हुए है।

डॉ. मयंक उपाध्याय, सीएमओ उत्तरकाशी।


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