आयोग देगा महिलाओं को अधिकारों की जानकारी
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : प्रदेश में दूर दराज इलाकों में महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकार
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : प्रदेश में दूर दराज इलाकों में महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी देने के लिए महिला आयोग के राज्यव्यापी जागरूकता कार्यक्रम का उत्तरकाशी में शुभारंभ किया गया। इस मौके पर महिला आयोग ने सभी महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी देने पर प्रतिबद्धता जताई।
मंगलवार को पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की ओर से महिलाओं के लिए कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष कुमांऊ मंडल अमिता लोहनी ने किया। उन्होंने कहा कि आयोग दुर्गम इलाकों में महिलाओं को उनके कानूनी हकों के बारे में जागरूक करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिलहाल अन्य राज्यों के मुकाबले महिलाओं की स्थिति बेहतर है। उन्होंने इस मौके पर कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में आयोग की उपाध्यक्ष गढ़वाल मंडल प्रभावती गौड़ ने कहा कि घरेलू ंिहंसा से पीड़ित महिलाओं को अपनी समस्याएं आयोग के सामने लाना चाहिए है। उन्होंने कहा कि सरकार की तमाम एंजेसी महिलाओं के हित में कार्य कर रही है। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं के जो अधिकार है उनका उपयोग बेहद कम महिलाएं ही कर पा रही है। कार्यक्रम में आयोग की सदस्य एवं सचिव सुजाता ने कहा कि आयोग आशा कार्यकत्री, आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं स्वयंसेवी संगठनों के जरिए लगातार महिलाओं को उनके हक और महिलाओं के हित में बने कानूनों की जानकारी देता रहता है। उन्होंने पावर प्वाइंट प्रजेटेंशन के जरिए निर्णय प्रक्रिया में महिलाओं की हिस्सेदारी, साक्षरता दर, शारीरिक हिंसा, सामाजिक असमानता, संरक्षण के प्रयास, आयोग की कार्यक्रमों व योगदानों का प्रस्तुतिकरण किया। एनआरएचएम की डीपीएम विमला मखलोगा की ओर से पीसीपीएनडीटी एक्ट के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर राखी पंचोला, रमेश, अनुपमा तथा कविता नौटियाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी नीरू भटनागर, दयाराम सिंह, महबूब आलम, मीना शाह, पुष्पा गौतम सदस्य राज्य महिला आयोग उपस्थित रहे।