दो महीने बाद भी नहीं खुल सके लिंक मार्ग
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : भारी बारिश से बंद हुए जिले के विभिन्न गांवों को जोड़ने वाले लिंक मार्ग दो महीने बाद भी नहीं खोले जा सके हैं। प्रशासन की सुस्त कार्यप्रणाली का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
जुलाई आखिर में भारी बारिश के दौरान बंद हुए लिंक मार्गो में ज्यादातर मार्ग दो महीने बाद भी आवाजाही के लिए नहीं खोले जा सके हैं। जिलाधिकारी की फटकार के बाद भी लोनिवि और पीएमजीएसवाई के अधिकारी सड़कें खोलने में खास तेजी नहीं दिखा रहे। जिला मुख्यालय से बाडागड्डी क्षेत्र के गांवों के साथ ही लंबगांव, घनसाली को जोड़ने वाला उत्तरकाशी-लंबगांव मोटर मार्ग एक माह बाद भी केवल पैदल यात्रियों के लिए ही खोला जा सका है। यहां पांच जुलाई को सड़क का सौ मीटर का हिस्सा टूट गया था, जिसके बाद से क्षेत्र में आवाजाही पूरी तरह से ठप है। लोनिवि ने भी इस मार्ग को सितंबर महीने के पहले सप्ताह तक आवाजाही के लिए खोलने का दावा किया था लेकिन उसके दावे हवा-हवाई ही साबित हुए हैं। यही हाल गंगोरी संमगचट्टी मोटर मार्ग का है। विभाग ने इस मोटर मार्ग को केवल नाममात्र के लिए ही खोला है। मोटर मार्ग की स्थिति इस कदर खराब है कि उस पर सफर करना ग्रामीणों की जान पर भारी पड़ सकता है। बड़कोट भाटिया मोटर मार्ग, धनारी चिलमुड़ मोटर मार्ग, भेलाटिपरी सौरा मोटर मार्ग भी लंबे समय से बंद पड़े हुए हैं। इन गांवों में रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना भी मुश्किल हो गया है। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पैदा होने पर ग्रामीणों को मरीजों को पीठ पर लादकर स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाना पड़ रहा है।
जिला मुख्यालय के सबसे निकटवर्ती हिस्से मनेरा जोशियाड़ा मोटर मार्ग भी नहीं खोला जा सका है। इससे स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को पैदल आवाजाही करनी पड़ रही है।
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आलू नहीं पहुंच पा रहा बाजार
उत्तरकाशी : लिंक मार्गो के बंद होने से बाडागड्डी क्षेत्र में किसान आलू की फसल को बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। आपूर्ति ना होने से आलू के दाम में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। जिन हिस्सों में लिंक मार्ग बंद पड़े हैं, उन्हीं हिस्सों में आलू की खुदाई शुरू हो चुकी है। ऐसे में सड़कों के ना खुलने से आलू के सड़ने का भी खतरा पैदा हो गया है। इससे किसानों को आर्थिक संकट का भी सामना करना पड़ सकता है।
'सभी विभागों को बंद लिंक मार्गो को खोलने के निर्देश दिए गए हैं, संबंधित विभागों इस काम में तेजी लाने को कहा गया है।'- सी. रविशंकर, जिलाधिकारी उत्तरकाशी।
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