उपला टकनौर में पसरा सन्नाटा
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी: यात्रा सीजन को खत्म होने भले ही अभी भी ढाई महीने का वक्त बचा हो, लेकिन उपला टकनौर में पसरा सन्नाटा इस यात्रा सीजन के खत्म होने का एलान कर चुका है। गंगोत्री हाईवे के लंबे समय तक बंद होने के बाद पूरा उपला टकनौर खामोशी की चादर ओढ़े हुए है।
अमूमन इन दिनों पर्यटकों की आवाजाही से आबाद रहने वाले उपला टकनौर क्षेत्र में महीने भर से भी ज्यादा समय से खामोशी है। अस्थाई व्यवस्था के तौर पर खोले गए राष्ट्रीय राजमार्ग के चलते उपला टकनौर तक वाहनों की आवाजाही भी थमी हुई है। गंगोत्री धाम के प्रमुख व खूबसूरत पड़ावों में शुमार उपला टकनौर के सुक्की टॉप, झाला, हर्षिल, धराली, जसपुर, मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा में पसरा सन्नाटा यहां सर्दियों के सीजन का अहसास करा रहा है। अमूमन सर्दियों के दौरान इस पूरे इलाके में आवाजाही ठप हो जाती है। इससे नवंबर से लेकर अप्रैल तक पूरे क्षेत्र में सन्नाटा रहता है। आमतौर पर मई से लेकर नवंबर तक इन हिस्सों में रोजाना ही हजारों की संख्या में देश विदेश के पर्यटक उमड़ते हैं, लेकिन इन दिनों नजारा बिल्कुल बदला हुआ है। मानसून के दस्तक के साथ ही उपला टकनौर अलग थलग पड़ गया था। गंगनानी में बीस दिनों से भी ज्यादा हाईवे बंद रहा तो सुक्की बैंड भी लगातार दरक रहा था। लिहाजा जुलाई के पहले हफ्ते से लेकर अब तक बारिश से खूबसूरत हुई उपला टकनौर का दीदार करने कोई नहीं पहुंच पा रहा। गंगोत्री हाईवे के सुक्की टॉप के सातों मोड़ दरक रहे हैं। सुक्की के पहले बैंड के समीप हाईवे का पचास मीटर से भी ज्यादा हिस्सा दरककर भागीरथी में समा चुका हैं तथा ऊपर के हिस्से से पहाड़ी लगातार दरक रही है। ऐसे में फिलहाल इस हिस्से को दुरुस्त करना आसान नहीं लग रहा है।
कैसे पहुंचाए सेब बाजार
उत्तरकाशी : सुक्की बैंड के पास धंसा हाईवे का बड़ा हिस्सा सेब उत्पादकों की चिंता का सबब बन गया है। पूरे उपला टकनौर में औसतन बीस हजार कुंतल से भी ज्यादा का सेब उत्पादन होता है। लेकिन सड़क की हालत को देखते हुए सेब को बाजार पहुंचाना बड़ी चुनौती है।
यमुनोत्री भी पसरा सन्नाटा
उत्तरकाशी : यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड से लगातार गिर रहे पत्थरों ने यमुनोत्री जाने की राह रोक दी है। लिहाजा महीने भर से यमुनोत्री धाम और पड़ावों पर यात्रियों की आवाजाही नहीं हो पा रही है।
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'गंगनानी और सुक्की में भूस्खलन के चलते हाईवे लगातार खुल रहा बंद रहा है, सुक्की में हाईवे को हल्के वाहनों के लिए अस्थाई तौर पर आवाजाही के लिए खोल दिया गया है, लेकिन अभी भी यहां चुनौतियां कायम हैं।'
- चंद्रशेखर, कमांडर बीआरओ।