मनेरी भाली में गाद से लगा विद्युत उत्पादन पर ब्रेक
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: बीते दो दिनों तक लगातार हुई बारिश ने विद्युत उत्पादन पर ब्रेक लगा दिया। भागीरथी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही पानी के साथ भारी मात्रा में गाद आने से मनेरी भाली द्वितीय चरण परियोजना में उत्पादन रोकना पड़ा। प्रथम चरण परियोजना में पहले से ही एक माह का मानसून क्लोजर पीरियड चल रहा है।
304 मेगावाट की मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना इन दिनों 260 मेगावाट से अधिक उत्पादन कर रही थी। लेकिन बीते दो दिनों तक लगातार बारिश के कारण भागीरथी के जलस्तर में उफान आ गया। पानी के साथ भारी मात्रा में गाद आने के कारण परियोजना प्रबंधन को 15 अगस्त की सुबह उत्पादन रोक कर बैराज के पांचों गेट खोल कर पानी छोड़ना पड़ा। करीब पांच घंटे बाद दोबारा से बैराज में पानी रोक कर उत्पादन शुरू किया गया। माना जा रहा था कि दूसरे दिन स्थिति सामान्य रहेगी। लेकिन शनिवार की सुबह एक बार फिर नदी का जलस्तर बढ़ गया और गाद की मात्रा साढ़े चार हजार पीपीएम से अधिक हो गई। जिसके चलते परियोजना प्रबंधन को एक बार फिर बैराज की फ्लशिंग करनी पड़ी। लगातार आ रही गाद के कारण परियोजना के हॉपर्स में भी काफी रेत एकत्र हो गई है।
वहीं नब्बे मेगावाट की मनेरी भाली प्रथम चरण परियोजना में विद्युत उत्पादन बीते 15 दिनों से बंद है। गाद की समस्या के कारण ही परियोजना में एक माह का मानसून क्लोजर लिया गया है। मनेरी भाली परियोजना द्वितीय चरण के अधिशासी अभियंता शिवदास ने बताया कि बीते दो दिनों में नदी में गाद की काफी मात्रा आई है, जिससे उत्पादन को चालू रखना संभव नहीं था। अब स्थिति सामान्य होने पर जल्द ही विद्युत उत्पादन शुरू किया जाएगा।